गर्भावस्था के दौरान पीठ दर्द से छुटकारा पाने के 5 घरेलू उपाय

गर्भावस्था के दौरान हर महिला को कई समस्याओं से गुजरना पड़ता है। इस दौरान मानसिक और शारीरिक रूप से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में होने वाली सबसे आम समस्या है कमर दर्द। कमर दर्द की समस्या अक्सर गर्भावस्था के 5वें महीने से शुरू हो जाती है। आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान पीठ दर्द पीठ के निचले हिस्से, जांघों और नितंबों में होता है।जैसे-जैसे ही प्रेग्नेंसी का समय बढ़ता है वैसे ही यह दर्द भी बढ़ने लगता है। चूंकि प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर के गुरुत्वाकर्षण में बदलाव होता है और इस दौरान वजन बढ़ जाता है इसलिए यह समस्या झेलनी पड़ती है। अगर आप भी प्रेग्नेंसी के दौरान कमर दर्द की समस्या का सामना कर रही हैं तो चिंता करने की कोई बात नहीं है। आप इन घरेलू उपायों को आजमा कर कमर दर्द की समस्या से छुटकारा पा सकती है।

प्रेग्नेंसी के दौरान कमर दर्द के कारण- प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में कई वजहों से कमर दर्द की समस्या होती है। इस दौरान महिलाओं के शरीर का वजन भी कमर दर्द का कारण होता है। प्रेग्नेंसी के 5वे महीने से यह दर्द तेजी से शुरू होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान कमर दर्द की समस्या के प्रमुख कारण इस प्रकार से हैं।

वजन बढ़ने की कारण कमर दर्द की समस्या प्रेग्नेंसी के दौरान देखी जाती है। वजन बढ़ने के साथ ही रीढ़ की हड्डी और कमर पर भार बढ़ता है जिसकी वजह से दर्द शुरू हो सकता है।
प्रेग्नेंसी में आपका गुरुत्वाकर्षण बल बदल जाता है जिसकी वजह से पीठ और कमर में दर्द की समस्या होती है।
गर्भावस्था के दौरान, आपका शरीर रिलैक्सिन नामक एक हार्मोन बनाता है। यह हॉर्मोन रीढ़ की हड्डी को ढीला करने का काम करता है जिसकी वजह से भी दर्द की समस्या होती है।
गर्भावस्था के दौरान शरीर की मांसपेशियों में तमाम बदलाव होते हैं जिसकी वजह से बदन दर्द और कमर दर्द की समस्या हो सकती है।

प्रेग्नेंसी के दौरान कमर दर्द से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय
प्रेग्नेंसी के दौरान कमर दर्द और बदन दर्द की समस्या शारीरिक बदलाव की वजह से होती है। इस समस्या से बचने के लिए आप इन घरेलू उपायों को अपना सकती हैं।

1. पीठ की सिंकाई- प्रेग्नेंसी के दौरान कमर दर्द होने पर आप गर्म या ठंडे पानी से सिंकाई कर सकती हैं। इससे कमर दर्द और बदन दर्द की समस्या में फायदा मिलता है। आप एक कंप्रेस बैग में गर्म या ठंडे पानी को भरकर दर्द वाली जगह की सिंकाई करें। दिन में कम से कम 4 बार 20 से 30 मिंट तक सिंकाई करने से कमर और बदन दर्द की समस्या दूर होगी। सिंकाई करते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि पेट पर गर्म या ठंडे कंप्रेस का इस्तेमाल न हो।

2. एरोमाथेरेपी- प्रेग्नेंसी के दौरान दर्द से निजात पाने के लिए एरोमाथेरेपी बाथ भी फायदेमंद माना जाता है, इसके इस्तेमाल से आपकी कमर और मांसपेशियों के दर्द में राहत मिलती है। एरोमाथेरेपी बाथ शरीर और मन दोनों को शांत रखने का काम करता है। एरोमाथेरेपी बाथ लेने के लिए आप नहाने के पानी में अंगूर के बीज के तेल में लैवेंडर ऑयल की दो से तीन बूंदें डालें और फिर इस पानी से नहाएं। ऐसा करने से आपको प्रेग्नेंसी के दौरान कमर दर्द की समस्या में फायदा मिलेगा और आपकी मांसपेशियों में होने वाला दर्द भी कम होगा।

3. लैवेंडर ऑयल से मालिश- प्रेग्नेंसी के दौरान हो रहे कमर दर्द से राहत पाने के लिए आप लैवेंडर ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं। लैवेंडर ऑयल से मालिश करने पर आपकी मांसपेशियों को फायदा मिलता है। आप कमर दर्द होने पर दो से तीन बूंद लैवेंडर ऑयल को थोड़े से पानी में मिला लें। इस मिश्रण को गर्म करके पीठ और कमर पर मालिश करने से दर्द की समस्या में आराम मिलता है। इसके अलावा आप लैवेंडर ऑयल को एक कपड़े में लगाकर गर्म करके सिंकाई भी कर सकती हैं।

4. सेंधा नमक- प्रेग्नेंसी के दौरान कमर दर्द से निजात पाने के लिए आप सेंधा नमक का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। इसके इस्तेमाल से न सिर्फ आपको पीठ के दर्द में फायदा मिलेगा बल्कि मांसपेशियों में हो रहा दर्द भी दूर होगा। आप प्रेग्नेंसी के दौरान इसका इस्तेमाल कई तरीके से कर सकती हैं। कमर दर्द की समस्या में आप सेंधा नमक के पानी से स्नान करें, इससे फायदा मिलेगा। इसके अलावा आप कमर दर्द और बदन दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए सेंधा नमक को गर्म पानी में मिलाकर उसमें तौलिये को भिगोकर मालिश करें। ऐसा करने से कमर दर्द तुरंत दूर हो जायेगा। दिन में इसका दो से तीन बार इस्तेमाल करें।

5. एक्यूपंक्चर- प्रेग्नेंसी के दौरान कमर दर्द और शरीर दर्द की समस्या में एक्यूपंक्चर भी बहुत फायदेमंद होता है। इसका इस्तेमाल दुनिया के कई देशों में किया जाता है। एक्यूपंक्चर के अलावा एक्यूप्रेशर भी दर्द से राहत देने में उपयोगी होता है। लेकिन इसका इस्तेमाल किसी एक्सपर्ट द्वारा ही किया जाना चाहिए। प्रेग्नेंसी में एक्यूपंक्चर अथवा एक्यूप्रेशर का इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक की राय जरूर लें।

प्रेग्नेंसी के दौरान कमर दर्द से बचने के लिए इन बातों का भी रखें ध्‍यान

  • प्रेग्नेंसी के दौरान संतुलित और पौष्टिक भोजन लें।
  • इस दौरान भारी समान को उठाने से बचें।
  • नियमित रूप से प्रेग्नेंसी के दौरान किये जाने वाले योगासनों का अभ्यास करें।
  • अचानक से उठने या बैठने का प्रयास न करें।
  • पीठ के बल झुकने से बचें।
  • आरामदायक कपड़े और जूते आदि पहने।
  • प्रेग्नेंसी के दौरान पीठ और कमर के दर्द से राहत पाने के लिए मेटरनिटी बेल्‍ट का इस्तेमाल करें।

प्रेग्नेंसी में पीठ या कमर में दर्द होना आम समस्या है। इस समस्या से निजात पाने के लिए आप ऊपर बताई गयी बातों को अपना सकती हैं। लेकिन ध्यान रहे अगर आपको प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में बहुत तेजी से कमर दर्द की समस्या हो रही है तो इसके लिए आप अपने चिकित्सक से संपर्क जरूर करें।

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