गर्मियों में खाई जाने वाली 3 तरह की दाल और फायदे

भारत में दाल के कम से कम 65 हजार प्रकार हैं, जिन्हें अलग-अलग क्षेत्रों में, अलग-अलग स्वास्थ्य लाभों के लिए खाया जाता है। कोरोना के कारण जब लोग अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने पर खास ध्यान दे रहे हैं और शरीर में जिंक और विटामिन्स की मात्रा बढ़ा रहे हैं, तो दाल हमें इसमें नेचुरल तरीके से मदद कर सकता है। ये  एक्सपर्ट का भी कहना है। कि कोरोना काल में जब लोग जिंक को दुकान से खरीद कर खा रहे हैं, ऐसे में दाल उनके लिए जिंक का एक आसान सोर्स बन सकता है, वो कैसे जानेंगे पर आइए सबसे पहले जानते हैं हमें गर्मियों में किन दालों को खाना चाहिए।

गर्मियों में कौन सी दाल खाएं 
एक्सपर्ट की मानें, तो हमें गर्मियों में छोटी दालों को खाना चाहिए। ऐसे में आप गर्मियों में इन 3 तरह की दालों को खा सकते हैं। जैसे कि

-मूंग
-मोठ की दाल
-तुवर की दाल
किन लोगों को ज्यादा दाल खाने की जरूरत है?
1. जिनके बाल तेजी से झड़ रहे हों
न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर कहती हैं कि लॉकडाउन में लोगों का स्ट्रेस बहुत बढ़ा है जिसके चलते उनके बालों का झड़ना भी बढ़ गया है। ऐसे में इन लोगों को अपने खाने में दाल की मात्रा बढ़ा देती चाहिए। दरअसल, ये दाल जहां आपके तनाव को दूर करते हैं, वहीं ये आपके नींद को बेहतर बनाते हैं और बालों के झड़ने को कम करने में भी मदद करते हैं।

2. पीसीओडी के लक्षणों में
रुजुता दिवेकर कहती हैं, लॉकडाउन में कई लोगों को पीरियड्स से जुड़ी कई परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। पर जिन लोगों को पीसीओडी की परेशानी है या उन्हें इसके लक्षण महसूस हुए, तो उन्हें भी अपनी डाइट में दाल की मात्रा को बढ़ा देना चाहिए।

3. ब्लोटिंग की परेशानी में
जिन लोगों को शाम होने तक गैस, बदहजमी और फेट फूलना (ब्लोटिंग) की परेशानी हो जाती है, उनके लिए दाल का सेवन बहुत फायदेमंद है। दरअसल, ये खराब मेटाबोलिज्म और हाजमे के कारण होता है, जिससे ब्लोटिंग की परेशानी बढ़ जाती है। तो, इस परेशानी बचने के लिए जरूरी कि आप दाल को अपनी डाइट में शामिल करें।

4. इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ रहा है
अगर आपको लगता है कि अचानक से आपका शरीर इंसुलिन रेजिस्टेंस हो गया है या शरीर ने शुगर पचाना बंद कर दिया है, तो आपको दाल का सेवन बढ़ा देना चाहिए। इससे होगा ये कि आपके पैंक्रियास हेल्दी रहेंगे और उनके काम करने की क्षमता भी बढ़ेगी।

5. स्ट्रेस और नींद की कमी
कोरोना काल में लोगों में स्ट्रेस और एंग्जायटी की परेशानी बहुत तेजी से बढ़ी है। ऐसे में अगर आपको स्ट्रेस हो रहा है या आपको नींद नहीं आ रही है, तो आपको अपनी डाइट में दाल की मात्रा बढ़ानी चाहिए। ये शरीर में कॉर्टिसोल को नियंत्रित करने में मदद करता है और स्ट्रेस और एंग्जायटी की परेशानी को कम करके आपको तमाव से बचाता है।

दाल खाने के फायदे- 
1. ऑयरन से भरपूर- मूंग दाल में फैट की मात्रा कम होती है और प्रोटीन बहुत अधिक होता है। वास्तव में, मूंग दाल को प्रोटीन के सबसे अच्छे पौधे-आधारित स्रोतों में से एक माना जाता है। साथ ही इसमें आयरन की मात्रा भी ज्यादा होती है, जो कि शरीर में खनिज की मात्रा को बढ़ाता है और जो कि हमारे शरीर को कई कार्यों के लिए चाहिए। उदाहरण के लिए, ऑयरन हीमोग्लोबिन का एक हिस्सा है, एक प्रोटीन जो हमारे पूरे शरीर में फेफड़ों से ऑक्सीजन ले जाता है। यह हमारी मांसपेशियों को ऑक्सीजन का उपयोग करने में मदद करता है। आयरन कई अन्य प्रोटीन और एंजाइमों का भी हिस्सा है, जो कि बालों के और स्किन की बनावट को सही रखने के लिए भी बेहद जरूरी है। ये बाल झड़ने की परेशानी को भी दूर करता है।

2. जिंक की कमी को दूर करता है- कोरोना के समय में बहुत से लोग जिंक खरीदने के लिए परेशान हैं और बाजार में इसकी कमी भी हो गई थी। ऐसे में दाल खाने से आप जिंक की कमी को दूर कर सकते हैं। दरअसल, जिंक इम्यूनिटी बूस्टर है जो कि इस वायरस से लड़ने में मदद करता है। इसलिए इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट में दाल की मात्रा को बढ़ाएं और रोज एक कटोरी दाल खाएं।

3. सेलेनियम का सोर्स- इंसुलिन रेजिस्टेंस की जिमनें परेशानी होती है, उनके लिए सेलेनियम बहुत जरूरी होता है। दरअसल, सेलेनियम की कमी से शरीर में अचानक से मोटापा बढ़ता है और ऐसे में आपको दाल खाना चाहिए। साथ ही सेलेनियम शरीर में एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है जो हॉर्ट अटैक, अस्थमा, कैंसर और एथेरोस्क्लेरोसिस जैसी बीमारियों को रोकने में मददरगार है।

4. अमीनो एसिड- अमीनो एसिड आपके विभिन्न अंगों, ग्रंथियों और धमनियों के कार्य पर खास प्रभाव डालता है। ये उपचार घावों और ऊतकों की मरम्मत, विशेष रूप से मांसपेशियों, हड्डियों, त्वचा और बालों के साथ-साथ चयापचय को भी बेहतर बनाने में मदद करता है। दाल में एक खास तरह का अनीमो एसिड पाया जाता है, जिसे लाइसिन कहते हैं। ये बेहद जरूरी है क्योंकि ये बॉडी नहीं बना पाता और ये खाने से बढ़ता है। दाल में ये भरपूर मात्रा में पाया जाता है। ये शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है और कैल्शियम की कमी से बचाता है। साथ ही ये थॉयराइड की परेशानी को भी दूर करता है।

5. भूख को सही करता है- सही मात्रा में दाल खाने से ये भूख को नियंत्रित करने में मदद करता है। साथ ही ये शरीर में मेटाबोलिज्म को सही रखता है और बेमतलब और असमय की भूख से भी बचाता है। इससे आप इमोशनल इटिंग से भी बच सकते हैं, जो कि वजन को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। साथ ही दाल कॉर्टिसोल का लेवल कम करता है जिससे फैट बर्निंग बढ़ जाता है और अगर कोई वजन घटाना चाह रहा है, तो तेजी से वजन घटा सकता है। दरअसल, होता ये है कि जिन लोगों तो तनाव ज्यादा होता है उनमें कॉर्टिसोल का लेवल भी बढ़ जाता है। ऐसे में इन लोगों में फैट बर्निंग घट जाता है और वजन बढ़ने लगता है। तो,वजन घटाने के लिए भी जरूरी है कि आप दास खाएं।

दाल को खाने का तरीका
दाल को खाने का तरीका सिर्फ यही नहीं है कि आप उसे पानी वाले दाल की तरह बनाएं। आप इसे कई तरह से खा सकते हैं। दाल को खाने का सबसे सही तरीका ये है कि आप दाल को भीगो कर रख दें और तब इसका इस्तेमाल करें। फिर आप इसकी कई रेसिपी को ट्राई कर सकते हैं। जैसे कि

  • -नाश्ते में आप दाल से डोसा बना कर खा सकते हैं। आप दाल से इडली और चिल्ला बना कर भी खा सकते हैं।
  • – दोपहर में आप भूने हुए दाल को दही और भात के साथ खा सकते हैं। इसके लिए पहले कड़ाही में इसे नमक और मिर्ची के साथ भून दीजिए। फिर आप इसे दही भात के साथ खाएं। ये काफी टेस्टी लगेगा।

आप इस तरह से दाल को भून कर चाय के साथ भी खा सकते हैं। ये डायबिटीज और यूरिक एसिड परेशानी वाले लोगों के लिए भी फायदेमंद है। इसके अलावा आप दाल से चार्ट बना कर खा सकते हैं। इसके लिए दाल में खजूर की चटनी मिलाएं, मिर्ची और धनिया की चटनी मिलाएं और प्याज व टमाटर मिला कर खाएं। तो, दाल खाएं और स्वस्थ रहें।

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