सासाराम जिले के दरिहट के खुदरांव गांव के निवासी दो सगे भाइयों को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। मामला 10 कट्ठा जमीन का था, जिसके विवाद को लेकर दो भाइयों ने दो चचेरे भाई और एक चाचा की हत्या कर दी. इस नृशंस हत्याकांड में कोर्ट ने दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है. जिला जज इंद्रजीत ने एक ही परिवार के कई लोगों की हत्या को भयावह और मानवता पर सवाल उठाने वाला मानते हुए यह कठोर सजा दी है.
बता दे कि मामला बिहार के सासाराम जिले के दरिहट के खुदरांव गांव के रहने वाले सोनल सिंहऔर अमन सिंह को एक चाचा और दो चचरे भाइयों की बेरहमी से हत्या के मामले में फांसी की सजा सुनाई है. इतनी बड़ी वारदात के पीछे की वजह थी 10 कट्टा जमीन. इस विवाद ने इतना तूल पकड़ लिया कि मामला जान लेने तक पहुंच गया.खुदरांव की शकुंतला देवी ने चार लोगों के खिलाफ हत्या के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिनमें से दो आरोपियों को अदालत ने फांसी की सजा सुनाई, वहीं इनमें से आरोपी अजय सिंह मौके से फरार चल रहा है, जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है. इस विवाद में शकुंतला देवी के पति विजय सिंह, बेटे दीपक सिंह और राकेश की हत्या हुई थी, जिसपर शकुंतला देवी ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. जिसपर कोर्ट ने दोषियों को सख्त सजा सुनाई.
सासाराम में दो सगे भाइयों को अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है. मामला था 10 कट्टा जमीन का, जिसके विवाद में दो भाइयों ने दो चचेरे भाइयों और चाचा की हत्या कर दी. कोर्ट ने निर्ममता से की गई इस हत्या में दोषियों को फांसी के फंदे पर लटकने की सजा दी है. जिलाजज इंद्रजीत ने एक ही परिवार के कई पुरुषों की हत्या को काफी भयानक और मानवता पर प्रश्नचिह्न लगाते हुए यह सख्त सजा सुनाई है.कोर्ट ने कहा है कि दोषियों को उनके अपराध के लिए फांसी के फंदे पर लटकाया जाना चाहिए, जिससे उनके आपराधिक कृत्य की सजा उन्हें मिल सके. एक ही परिवार के चाचा और दो चचेरे भाइयों की हत्या दुर्लभतम अपराध की श्रेणी में आता है. यह घटना 13 जुलाई 2021 की है, जिसके लिए कोर्ट ने अभी आरोपियों के दोष को सही मानकर फांसी की सजा सुनाई है, साथ ही कोर्ट ने पीड़ित के परिवारजनों के लिए मुआवजा देने का आदेश दिया है.
यह भी पढ़ें:
अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाला केस में मिली जमानत