तमिलनाडु के करीब 10 मछुआरों को रविवार को भारतीय तटरक्षक को सौंप दिया गया जिन्हें इस महीने की शुरुआत में हिंद महासागर में ब्रिटिश हिंद महासागर क्षेत्र (बीआईओटी) के पास से गिरफ्तार किया गया था।मछुआरों पर मुकदमा चलाया गया और उन पर 60,000 पाउंड स्टर्लिंग का जुर्माना लगाया गया था।
रक्षा विभाग ने एक बयान में कहा कि मछुआरे बीआईओटी के पास लगभग 230 समुद्री मील दूर मछली पकड़ने के क्षेत्र में गए थे। बीआईओटी 58 द्वीपों का एक द्वीपसमूह है जो समुद्र के लगभग 6,40,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में है। यह क्षेत्र एक ब्रिटेन प्रवासी क्षेत्र है, जो पूर्वी अफ्रीका और इंडोनेशिया के बीच लगभग आधे रास्ते में स्थित है और इसका नियंत्रण ब्रिटेन के पास है।
बयान के अनुसार, मछुआरों को छह दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। उन पर बीआईओटी में मुकदमा चलाया गया और 60,000 पाउंड स्टर्लिंग का जुर्माना लगाया गया। इस संबंध में 14 दिसंबर को विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय के हिंद महासागर निदेशालय को सूचना दी गई।
इसमें कहा गया है कि जुर्माना नहीं चुकाने पर मछुआरों की नाव जब्त कर ली गई है और चालक दल के 10 सदस्यों को रिहा कर दिया गया है। मछुआरों के पास जुर्माना भरने के लिए 12 दिसंबर से 11 जनवरी 2024 तक 30 दिन का समय है।बयान में कहा गया है कि मछुआरों को बीआईओटी के गश्ती जहाज ‘ग्रैम्पियन एंड्योरेंस’ पर विझिंजम लाया गया और समुद्र में भारतीय तटरक्षक जहाजों ‘अर्नवेश’ और ‘सी 427’ को सौंप दिया गया।