हम में से ज्यादातर लोग दांत का ख्याल नही रख पत्र है जिसकी वजह से उनको बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अगर हम ओरल हाइजीन मेंटेन न रख पाए तो इसकी वजह से दांतों में प्लाक की परत सी जमने लगती हैं। ईडी वजह से दांतों का पीलापन बढ़ जाता है। कुछ आदतें जो दांतों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती हैं।
मीठी चीजों को खाना से न केवल वजन बढ़ता है बलकी ओरल हेल्थ पर भी बुरा प्रभाव डालता है। डेंटल क्लीनिंग ठीक से न करने की वजह से बैक्टीरिया का बुरा असर हम पर दिनों दिन बढ़ने लगता हैं, मसूढ़ों की सेहत के साथ साथ दांत भी पूरी तरह से खराब हो जातें है जो हमारी सेहत पर बुरा प्रभाव डालते है और दांतों में प्लाक की परत जमने लगती हैं। जिससे दांतों का पीलापन चिंता कारण बन जाता है। आइए जानते है की ओरल हाइजीन के लिए गलत्त आदतें है, जो दांतों को नुकसान पहुंचाने लगती हैं,
हम में से ज्यादातर लोग कभी कुछ मीठा खाते है या फिर कुछ मंचिग के बाद कुल्ला नही करते हैं तो इसकी वजह से दांतों पर बैक्टीरिया का बुरा असर पड़ने लगता है। जिसकी वजह से दांतों में तकलीफ के साथ मुंह में दुर्गंध बढ़ जाती है इसलिए दिनभर में अगर आप कुछ भी खाएं तो उसके बाद माउथ क्लीनिंग जरूर करें।
जैसा की हम सभी को मालूम है की दिनभर में हम सभी को कम से कम दो बार ब्रश जरूर करना चाहिए। रात को सोने से पहले दांतों में जमा खाना दांतों से बाहर निकल जाता है जिसे दरों में सड़न पैदा नही हो पाती और दांत क्लीन हो जाते हैं, प्लाक का खतरा बहुत कम हो जाता है।
हम सभी को सांसों में ताज़गी और दांतों को प्लाक से बचा कर रखना चाहिए इसके लिए माउथवॉश बहुत फायदेमंद होता है। ओरल हाइजीन को मेंटेन रखने के माउथवॉश का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। हम सभी को माउथवॉश को अपने रोजमर्रा में शामिल करना चाहिए।
हम सभी दांतों को हेल्दी और क्लीन रखना चाहते है इसके लिए जीभ की हाइजीन को मेंटेन रखना ज़रूरी है। जीभ को साफ रखना भी जरूरी है इस पर मौजूद बैड बैक्टीरिया को कम करना जरूरी है। स्क्रैपर का इस्तेमाल ज्यादा प्रयोग करने से टेस्ट बड्स डैमेज हो जाते है।
हम सभी को एसिडिक पेय पदार्थों का सेवन नही करना चाहिए। इससे दांतों का पीएच का लेवल एसिडिक होने लगता है, और इसका सीधा असर हमरे इनेमल पर होने लगता है। दांतों में सड़न के साथ साथ पीलापन भी बढ़ने लगता है।
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