सेहत के लिए स्प्राउट्स यानी कि अंकुरित कितने फायदेमंद होते हैं ये किसी को बताने की जरूरत नहीं है. अंकुरित अनाज प्रोटीन, फाइबर्स, कैल्शियम और विटामिन्स का पावर हाउस होते हैं. जो कई तरह की कमियों को पूरा करते हैं. जिनका कोलेस्ट्रोल या शुगर बढ़ा हुआ रहता हो. जिन्हें वजन कम करना है या जिन्हें ग्लोइंग और हेल्दी स्किन और बाल चाहिए वो लोग स्प्राउट्स का सेवन करते हैं. स्प्राउट्स में मौजूद पोषक तत्वों पर कोई डाउट नहीं है लेकिन हर बार इन्हें खाना हेल्दी प्रेक्टिस भी साबित नहीं होता है. आपको बताते हैं कि किस तरह से नुकसानदायी हो सकता है स्प्राउट्स खाना और क्यों?
किन्हें नहीं खाना चाहिए स्प्राउट्स?
स्प्राउट्स के इतने फायदे हैं कि शरीर में हो रही किसी तकलीफ के लिए लोग स्प्राउट्स को दोष दे ही नहीं पाते. अक्सर तो लोग ये भी करते हैं कि पाचन से जुड़ी कोई तकलीफ होने पर खाने की मात्रा घटा कर स्प्राउट्स ज्यादा खाना शुरू कर देते हैं. और, यही प्रेक्टिस बड़ी गलती साबित होती है. अगर आप अक्सर इनडाइजेशन महसूस करते हैं. खाना खाने के बाद आपको भारीपन लगता है या ब्लोटिंग महसूस होती है तो आप स्प्राउट्स का सेवन कुछ दिन के लिए बंद करके खुद की स्थिति ऑब्जर्व करें.
ये सावधानी रखें
अगर आपको स्प्राउट्स खाने के बाद पेट से जुड़ी कोई तकलीफ होती है तो स्प्राउट्स की मात्रा कम कर दें साथ ही उसे रोजाना न खाएं. इसकी जगह आप स्प्राउट्स को खाने से पहले याद से उबाल लें. इस तरह से स्प्राउट्स खाने से इनडाइजेशन की समस्या को काफी हद तक कम कर सकते हैं.
इसके अलावा अंकुरित अनाज को जितना जल्दी खा सकें उतना अच्छा होगा. कुछ लोग मानते हैं कि अनाज भिगोने के दो से तीन दिन बाद खाना चाहिए. लेकिन जिन्हें इनडाइजेशन आसानी से होता है. उनके लिए ये आदत परेशानी भरी साबित हो सकती है.