अश्वगंधा का नाम तो आप सबने कई बार सुना होगा, लेकिन इसके फ़ायदों के बारे में शायद नहीं जानते होंगे. आयुर्वेद में अश्वगंधा को विशेष स्थान प्राप्त है. यह केवल एक पौधा ही नहीं, बल्कि कई बीमारियों को जड़ से ख़त्म करने की औषधि भी है.इसकी जड़ों और पत्तियों से दवा बनाई जाती है.श्वगंधा एक चमत्कारी हर्ब है. इसे आयुर्वेद में अहम् स्थान प्राप्त है.तो आइये जानते है इसके बारे में विस्तार से।
अश्वगंधा का उपयोग :-
डिप्रेशन का इलाज भी अश्वगंधा से संभव है.
तनाव, चिंता, थकावट, नींद की कमी जैसी समस्यों का कारगर इलाज अश्वगंधा से किया जा सकता है.
ये कोलेस्ट्रॉल और ट्राईग्लिसराइड लेवल को कम करता है और हृदय को स्वस्थ रखता है.
सूजन और दर्द को कम करने लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है. – इसकी जड़ों को पीसकर घाव पर लगाने से घाव जल्दी भरता है.
ये इम्यून सिस्टम को मज़बूत करता है.
कैंसर के मरीज़ों के लिए लाभकारी है.
ये न स़िर्फ झुर्रियों को कम करता है, बल्कि चर्म रोग को भी ठीक करता है.
अनिद्रा की शिकायत को दूर करता है.
डायबिटीज़ को कंट्रोल करत है. ब्लड शुगर को कम करता है और इंसुलिन सेंसिटिविटी को मसल्स सेल्स में इंप्रूव करता है.
पुरुषों में मसल्स मास को बढ़ाकर, बॉडी फैट्स कम करता है और स्ट्रेंथ देता है.
एंटीबैक्टेरियल गुणों के कारण अश्वगंधा कई बैक्टीरियल इंफेक्शन से भीबचाता है.
यह सूजन और जलन से राहत दिलाता है.
ज्वाइंट पेन और कमरदर्द के लिए फ़ायदेमंद होता है.
अल्ज़ाइमर का इलाज करने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है.