आपका दिल कितना ज्यादा हेल्दी है यह आपके खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़ा हुआ है. दिल आपका सेहतमंद रहे इसके लिए ऑर्टरी और वेन्स को हेल्दी रहना बेहद जरूरी है. लेकिन इतना कुछ पता होने के बावजूद हम डाइट और लाइफस्टाइल से जुड़ी गलतियां अक्सर कर बैठते हैं. जिसकी वजह से हमारे दिल के हेल्थ को सीधा नुकसान पहुंचता है. सिर्फ इतना ही नहीं हार्ट अटैक के साथ-साथ दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ता है. आज हम बात करेंगे क्या पानी कम या ज्यादा पीने से कोलेस्ट्रॉल पर असर पड़ता है. कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि कम पानी पीते हैं तो नसो में कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है जिसकी वजह से आर्टरी और ब्लड सर्कुलेशन तेजी से प्रभावित होता है. सिर्फ इतना ही नहीं यह हाई बीपी का कारण भी होता है. आइए जानते हैं कम पानी पीने से कोलेस्ट्रॉल कैसे बढ़ता है.
क्या कम पानी पीने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है
कम पानी पीने से कोलेस्ट्रॉल काफी हद तक प्रभावित होता है. दरअसल, पानी एक तरह का डिटॉक्सीफाइंग एजेंट भी है जो आपके शरीर को डिटॉक्स करता है. जोकि एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के लेवल को भी शरीर में बढ़ाता है. डिहाइड्रेशन की वजह से लिवर को खून में अधिक कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है. साथ ही शरीर की इम्युनिटी को काफी हद तक प्रभावित करता है. यही वजह होती है कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है. जिसकी वजह से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है.
दिल को हेल्दी रखने के लिए पानी कितना जरूरी है?
दिल को हेल्दी रखने के लिए पानी पीना बेहद जरूरी है. पानी पीने से दिल का ब्लड सर्कुलेशन काफी अच्छा रहता है. इसके अलावा यह दिल के सभी चैंबर्स में ऑक्सीजन और ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है. इससे सभी चैंबर्स हेल्दी होते हैं. खून के फिल्ट्रेशन के साथ-साथ हाई बीपी से भी बचाता है. दिल काफी ज्यादा सेहतमंद रहता है.
दिल के मरीज को इतने लीटर पानी पीना है जरूरी
हार्ट स्ट्रोक या दिल के मरीद को हमेशा हेल्दी खाने की सलाह दी जाती है. साथ ही उन्हें 1.5 लीटर से लेकर 2 लीटर तक पानी पीने की सलाह दी जाती है.