यमन के हूती विद्राहियों ने इजराइल के तेल अवीव पर शुक्रवार तड़के हुए ड्रोन हमले की जिम्मेदारी ली है। यह हमला ऐसे स्थान पर किया गया जो अमेरिकी दूतावास के काफी नजदीक था। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई और कम से कम 10 लोग घायल हो गए।
हवाई हमले से सड़कों पर छर्रे गिरने लगे तथा कांच के टुकड़े चारों ओर फैल गए।
इजराइल और हमास के बीच नौ माह से युद्ध जारी है। यमन के हूती विद्रोही खुलकर हमास का साथ दे रहे हैं और वे लगातार इजराइल की ओर ड्रोन और मिसाइलें दाग रहे हैं। शुक्रवार तक ऐसे सभी हमलों को या इजराइली बलों ने नाकाम किया है या उनके पश्चिमी सहयोगियों ने ।
हूती विद्रोहियों के प्रवक्ता याह्या सारे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा कि यह हमला इजराइल और हमास के बीच गाजा में जारी युद्ध के प्रत्युत्तर में किया गया।
हूती विद्राहियों का दावा है कि उनका नया ड्रोन इजराइल की हवाई रक्षा प्रणाली को भेद सकता है। हालांकि, इजराइल की सेना के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि विस्फोटकों से लदे ड्रोन की पहचान बृहस्पतिवार को ही कर ली गई थी। उन्होंने कहा कि हमला ‘‘मानवीय चूक’’ का नतीजा है।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह आतंकी हमला था जिसका मकसद इजराइली नागरिकों को मारना था।’’
हूती विद्रोहियों ने यह हमला ऐसे वक्त किया है जब इजराइल की सेना ने इस बात की पुष्टि की है कि उसके हवाई हमले में दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्ला का एक कमांडर और अन्य आतंकवादी मारे गए हैं।
इजराइल ने अब तक हूती विद्रोहियों पर कोई हमला नहीं किया है और वह पूरा ध्यान गाजा में युद्ध और लेबनान के आतंकवादी समूह हिजबुल्ला के साथ जारी लड़ाई पर केन्द्रित कर रहा है।
तेल अवीव में स्थानीय पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को तड़के करीब 3:10 बजे धमाका हुआ, जिसकी गूंज आस-पास के शहरों तक सुनाई दी। इसमें कम से कम 10 लोग घायल हो गए।
तेल अवीव के जिला कमांडर पेरेट्ज़ अमार ने कहा कि ऐसा लगता है कि विस्फोट हवा में हुआ।
अमार ने कहा, ‘‘ विस्फोट की तीव्रता अधिक थी लेकिन इससे नुकसान बहुत ज्यादा नहीं हुआ।’’
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