भारत में कैंसर के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। हालांकि सभी प्रकार के कैंसर से बचाव के लिए कोई एक टीका मौजूद नहीं है, लेकिन एचपीवी वैक्सीन (HPV Vaccine) सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए बेहद प्रभावी मानी जाती है। आमतौर पर इसे महिलाओं के लिए जरूरी माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह वैक्सीन पुरुषों के लिए भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
इस लेख में हम जानेंगे कि एचपीवी वैक्सीन पुरुषों को क्यों लगवानी चाहिए, इससे क्या फायदे होते हैं, और यह टीका कहां उपलब्ध है।
🦠 क्या है एचपीवी (HPV)?
एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमावायरस) एक सामान्य वायरस है, जो यौन संपर्क के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। यह वायरस केवल यौन संपर्क तक सीमित नहीं है, बल्कि संक्रमित ब्लड ट्रांसफ्यूजन और अन्य माध्यमों से भी शरीर में प्रवेश कर सकता है।
एचपीवी वायरस शरीर में वर्षों तक रह सकता है और धीरे-धीरे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है, जैसे:
सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer)
एनल कैंसर (Anal Cancer)
पेनाइल कैंसर (Penile Cancer)
ऑरोफरीन्जियल कैंसर (Oropharyngeal Cancer)
जननांग मस्से (Genital Warts)
🚹 पुरुषों को एचपीवी वैक्सीन क्यों लगवानी चाहिए?
अधिकांश लोग यह मानते हैं कि एचपीवी वैक्सीन केवल महिलाओं के लिए है, लेकिन यह धारणा गलत है। पुरुषों में भी एचपीवी वायरस गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
फायदे:
एनल, पेनाइल और गले के कैंसर से बचाव: यह टीका पुरुषों को इन कैंसरों से बचाने में मदद करता है।
जननांग मस्सों से सुरक्षा: एचपीवी वैक्सीन जननांग मस्सों के जोखिम को भी कम करता है।
महिलाओं में वायरस के प्रसार को रोकना: जब पुरुष भी वैक्सीन लगवाते हैं, तो वे अनजाने में वायरस को महिलाओं में फैलाने से रोकते हैं।
डॉक्टरों के मुताबिक, यदि पुरुष इस वैक्सीन को 9 से 40 साल की उम्र के बीच लगवा लें, तो उनके शरीर में एचपीवी वायरस के खिलाफ मजबूत प्रतिरक्षा विकसित हो जाती है। कोशिश करें कि यह टीका 20 साल की उम्र से पहले ही लगवा लिया जाए, ताकि यह अधिक प्रभावी साबित हो सके।
📊 कब और किस उम्र में लगवाएं वैक्सीन?
लड़कियों और लड़कों को 9 से 14 साल की उम्र में टीका लगवाना सबसे बेहतर है।
अगर किसी ने इस उम्र में टीका नहीं लगवाया है, तो वह इसे 40 साल की उम्र तक भी लगवा सकता है।
डॉक्टरों के अनुसार, यौन गतिविधि शुरू करने से पहले वैक्सीन लगवाना ज्यादा फायदेमंद होता है।
एचपीवी वैक्सीन शरीर में वायरस से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है और 80% तक कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।
🏥 एचपीवी वैक्सीन कहां उपलब्ध है?
यह वैक्सीन अधिकतर प्राइवेट अस्पतालों और क्लीनिकों में उपलब्ध होती है।
कुछ सरकारी अस्पतालों में भी यह टीका लगाया जाता है, लेकिन यह अभी तक भारत के राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल नहीं है।
कीमत: प्राइवेट अस्पतालों में 1,000 से 2,000 रुपये प्रति डोज तक इसकी कीमत हो सकती है।
🔑 महत्वपूर्ण बातें:
पुरुष और महिलाएं दोनों एचपीवी वैक्सीन लगवाकर कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं।
यह वैक्सीन जितनी जल्दी लगाई जाए, उतना ज्यादा प्रभावी रहती है।
सुरक्षित यौन संबंध और नियमित जांच के साथ यह टीका एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच प्रदान करता है।
🚨 निष्कर्ष:
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिए एचपीवी वैक्सीन न केवल महिलाओं के लिए बल्कि पुरुषों के लिए भी बेहद जरूरी है। अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए समय पर इस टीके को लगवाएं और दूसरों को भी जागरूक करें।
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