शेयर बाजार में गिरावट अपडेट: सेंसेक्स 2,979 अंक या 3.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72,385.4 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 976.1 अंक या 4.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21,928.3 पर आ गया।
शेयर बाजार में गिरावट अपडेट: संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार युद्ध के कारण वैश्विक वित्तीय बाजारों में उथल-पुथल मच गई, जिसके कारण सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली देखी गई। सेंसेक्स में करीब 3,000 अंकों की गिरावट आई, जबकि निफ्टी 22,000 अंक से नीचे फिसल गया, जिससे निवेशकों की लाखों करोड़ की संपत्ति डूब गई।
सेंसेक्स और निफ्टी में तेज गिरावट
दोपहर के समय, सेंसेक्स 2,979 अंक या 3.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72,385.4 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 976.1 अंक या 4.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21,928.3 पर आ गया। सोमवार की गिरावट के पीछे मुख्य कारण दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार संघर्ष का तीव्र होना था।
जैसे को तैसा टैरिफ से वैश्विक मंदी की आशंकाएँ बढ़ीं
अमेरिका द्वारा टैरिफ में व्यापक वृद्धि की घोषणा के बाद, चीन ने कई अमेरिकी उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगा दिया। जैसे को तैसा कदमों ने लंबे समय तक चलने वाले व्यापार युद्ध की आशंकाएँ बढ़ा दी हैं, जो वैश्विक आर्थिक विकास को पटरी से उतार सकता है और विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखलाओं को बाधित कर सकता है।
वैश्विक स्तर पर निवेशकों की भावनाएँ बिगड़ रही हैं
दुनिया भर के निवेशक इस बात से चिंतित हैं कि व्यापार तनाव वैश्विक माँग को धीमा कर देगा, व्यवसायों के लिए लागत बढ़ाएगा और कॉर्पोरेट मुनाफ़े को कम कर देगा। वैश्विक मंदी के डर ने निवेशकों को और डरा दिया है।
एशियाई बाजारों पर भारी असर
अनिश्चितता के कारण इक्विटी बाजारों में भारी बिकवाली हुई, जिसका सबसे ज्यादा असर एशिया पर पड़ा। जापान के निक्केई में 7 प्रतिशत की गिरावट आई, दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 5 प्रतिशत की गिरावट आई और हांगकांग के हैंग सेंग में 10.5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। नकारात्मक भावना भारत में भी फैल गई, जहां बीएसई पर सभी 13 क्षेत्रीय सूचकांक लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
क्षेत्रीय सूचकांक गहरे लाल निशान में
निफ्टी मेटल इंडेक्स में 8 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि निफ्टी आईटी में अमेरिका में जोखिम को लेकर चिंता के कारण 7 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। ऑटो, रियल्टी और तेल एवं गैस क्षेत्रों में भी 5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई। व्यापक बाजार में बिकवाली अधिक गंभीर रही, जहां मिड-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांकों में क्रमशः 7.3 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की गिरावट आई।
सेंसेक्स में सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाले शेयरों में टाटा स्टील शामिल है, जो करीब 10 फीसदी नीचे है। इसके बाद टाटा मोटर्स, इंफोसिस, एलएंडटी और टेक महिंद्रा का स्थान है, जिनमें से प्रत्येक में 6 से 8 फीसदी तक की गिरावट आई है।