टेस्ला, स्पेसएक्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के मालिक एलन मस्क को नेताओं का नेता कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने एक छोटी सी झलक दिखाई है। जिसकी वजह से मस्क मस्क एक बार फिर अमेरिकी राजनीति के केंद्र में आ गए हैं। नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों से पहले मस्क के व्यवहार को लेकर नई बहस छिड़ गई है। एक तरफ जहां मस्क ने खुले तौर पर रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प का समर्थन किया है, वहीं उनकी कंपनियों के कर्मचारी डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस को चंदा देने में सबसे आगे हैं। यह विरोधाभासी स्थिति कई सवाल खड़े कर रही है।
मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए ट्रम्प का समर्थन किया था, जिसमें ट्रम्प ने चुनाव जीतने पर मस्क को गवर्नमेंट एफिशिएंसी कमीशन का प्रमुख बनाने का वादा किया था। यह सब ऐसे समय में हो रहा है जब मस्क पर दक्षिणपंथी झुकाव के आरोप लगते रहे हैं। 2020 के चुनावों में मस्क ने जो बाइडेन का समर्थन किया था, लेकिन हाल ही में उन्होंने खुद को वामपंथी विचारधारा से दूर करते हुए ट्रम्प के साथ अपनी नजदीकियों का प्रदर्शन किया है।विशेषज्ञों का मानना है कि मस्क की कंपनियों के कई कर्मचारी कैलिफ़ोर्निया में रहते हैं, जो डेमोक्रेटिक पार्टी का गढ़ माना जाता है। यह संभव है कि मस्क के कर्मचारी अपनी व्यक्तिगत पसंद के आधार पर कमला हैरिस को समर्थन दे रहे हों। हालांकि, मस्क की व्यक्तिगत राजनीतिक मंशा और उनके कर्मचारियों के व्यवहार के बीच यह विरोधाभास चुनावी माहौल में एक चर्चा का विषय बना हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मस्क की कंपनियों के कर्मचारी डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के चुनावी अभियान को बड़े पैमाने पर आर्थिक योगदान दे रहे हैं। ओपनसीक्रेट्स लाबिंग और डोनेशन से जुड़े डेटा को इकट्ठा करने का काम करती है। इसके अनुसार, टेस्ला के कर्मचारियों ने हैरिस के राष्ट्रपति अभियान में 42,824 डॉलर का योगदान दिया, जबकि ट्रम्प के अभियान को केवल 24,840 डॉलर मिले। स्पेसएक्स के कर्मचारियों ने भी हैरिस को 34,526 डॉलर दिए, जबकि ट्रम्प को केवल 7,652 डॉलर ही मिले। इसी प्रकार, सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के कर्मचारियों ने हैरिस को 13,213 डॉलर का योगदान दिया, जबकि ट्रम्प को मात्र 500 डॉलर प्राप्त हुए।
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