आजकल बाजार में मौजूद मिलावटी तेलों ने सेहत को खतरे में डाल दिया है। चाहे बात हो रिफाइंड ऑयल की या किसी महंगे ब्रांडेड कुकिंग ऑयल की—ज्यादातर में हाई कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाले कंपाउंड्स पाए जाते हैं, जो धीरे-धीरे हृदय रोग, ब्लॉकेज और मोटापे की जड़ बन सकते हैं। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप खाने में इस्तेमाल होने वाले तेल को बुद्धिमानी और जागरूकता से चुनें।
आइए जानते हैं कि खाना पकाने के लिए सबसे हेल्दी और शुद्ध तेल कौन से हैं, जो स्वाद के साथ-साथ सेहत भी देंगे।
🟡 1. सरसों का तेल – देसी स्वाद और सेहत का परफेक्ट कॉम्बो
सरसों का तेल न सिर्फ पारंपरिक बल्कि पोषण से भरपूर विकल्प है।
इसमें मोनो-सैचुरेटेड फैट पाया जाता है जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
इसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री और एंटी-बैक्टीरियल गुण भी मौजूद होते हैं।
सरसों का तेल ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है और इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
🔴 ध्यान रखें: सरसों के तेल को बार-बार गर्म कर के दोबारा न इस्तेमाल करें।
🫒 2. ऑलिव ऑयल – हल्का, हेल्दी और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने वाला
ऑलिव ऑयल यानी जैतून का तेल खासतौर से दिल के मरीजों और वजन कम करने वालों के लिए फायदेमंद है।
इसमें होता है विटामिन E और एंटीऑक्सीडेंट्स का भरपूर खजाना
बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को घटाता है और गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाता है
खाना हल्का बनाता है और पचाने में आसान होता है
✅ ऑलिव ऑयल खासतौर से सैलेड ड्रेसिंग, हल्की फ्राई या सौते के लिए बेहतर माना जाता है।
🧈 3. देसी घी – स्वाद, सेहत और शक्ति का मिश्रण
घी भारतीय रसोई की शान है और आयुर्वेद में इसे अमृत तुल्य कहा गया है।
इसमें हेल्दी फैट्स, विटामिन A, D, E और K पाए जाते हैं
यह पाचन सुधारता है, त्वचा निखारता है और मानसिक शक्ति बढ़ाता है
सीमित मात्रा में घी हड्डियों को भी मजबूती देता है
🔔 सुझाव: घी की मात्रा सीमित रखें, और इसे सप्ताह में 2-3 बार प्रयोग करें।
📌 एक्स्ट्रा टिप:
तेल को बदल-बदल कर इस्तेमाल करें।
हर हफ्ते या महीने में तेल बदलने से शरीर को अलग-अलग पोषक तत्व मिलते हैं और एक ही प्रकार के फैट के सेवन से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है।
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