नमक या फिर चीनी कौन है सेहत के लिए ज्यादा हानिकारक आइए जानें

चीनी और नमक दोनो ही भारतीय रसोई में सर्वाधिक प्रयोग होने वाली सामग्री है। चाय की चुस्की लेनी हो या फिर खीर का स्वाद बिना चीनी के तो इन व्यंजनों का स्वाद अधूरा है और नमक मतलब नमकीन जब तक चाय की चुस्कियों के साथ कुछ नमकीन न मिले तो मजा नही आता। लेकिन क्या आप जानते है जरूरत से ज्यादा इनका सेवन हमारे लिए घातक है, स्वाद तो हम सभी को चाहिए लेकिन अपने आप को स्वस्थ रखना भी हमारे लिए महत्वपूर्ण है, इसके लिए जरूरी है हमें इन दोनो पदार्थों का एक मात्रा में ही सेवन करें।आजकल हम सभी नमक और शुगर से बनी चीजों का अधिक सेवन करते हैं। स्वस्थ जीवन की कुंजी स्वस्थ भोजन है। चीनी और नमक दोनो ही हमारी सेहत को खराब करते है। हम सभी ने प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली शर्करा को त्यागकर, प्रोसेस्ड भोजन को अपनी जीवन शैली में शामिल कर लिया है। फलों और दूध में पाई जाने वाली शुगर ही प्राकृतिक शुगर है।

हम में से कई लोग अपने आहार में अधिक मात्रा में पेय पदार्थ, केक, बिस्कुट, अनाज, चॉकलेट और बिस्कुट जैसे खाने का इस्तेमाल करते है। चीनी और नमक का उपयोग नियमित रूप से हम सभी के घर में होता है चीनी हमारी ब्लड शर्करा के स्तर में वृद्धि का एक मुख्य कारण है, यह हमारे शरीर में वसा भी संग्रहित करने का एक मुख्य कारण है। आइए जानें क्या है इसके प्रभाव,

त्वचा में बदलाव

ज्यादा नमक और चीनी की मात्रा के सेवन से हमारी स्किन पर कई बदलाव नजर आते है, खुजली, कील मुहांसे और नमक की अधिकता से कुछ खास लक्षण देखे गए है, शरीर में जलन, त्वचा पर लाल चकत्ते का होना पाया गया है।

बाल झड़ने की समस्या

जरूरत से ज्यादा बालों का झड़ना ये भी कभी कभी नमक के अधिक सेवन से होता है।

कमजोर हड्डियों की समस्या

अधिक मात्रा में नमक का सेवन करने से हमारी हड्डियों में मौजूद केल्शियम धीरे धीरे कम होने लगता है, जिसके वजह से हमारी हड्डियां कमजोर हो जाती है।

ब्लड प्रेशर का बढ़ना

नमक और चीनी दोनो ही हमारे दिल की सेहत के लिए हानिकारक है इनके सेवन से रक्तचाप बढ़ जाता है। हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को नमक की मात्रा अपने भोजन में तुरंत कम करने की सलाह दी जाती है।

ब्लड शर्करा के स्तर में वृद्धि

ब्लड शुगर के मरीजों को चीनी का उपयोग सख्त मना होता है, खासकर चीनी हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है ये हमारे शरीर में ब्लड शुगर को बढ़ाती है। कैलोरी की मात्रा अधिक होने के कारण उसका उपयोग हमें कम से कम करना चाहिए।