गर्मी केवल मौसम से जुड़ी नहीं होती, यह आपके शरीर के अंदर भी हो सकती है। जब शरीर की अंदरूनी गर्मी सामान्य सीमा से ज्यादा बढ़ जाती है, तो यह कई समस्याओं की जड़ बन सकती है। आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा दोनों ही मानते हैं कि शरीर का तापमान संतुलित न रहना स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।
शरीर की गर्मी यानी बॉडी हीट बढ़ने के पीछे कई कारण होते हैं – जैसे अधिक मसालेदार खाना, तेज धूप में रहना, कम पानी पीना, अधिक तनाव, नींद की कमी या फिर हार्मोनल असंतुलन।
इस लेख में हम जानेंगे कि शरीर की गर्मी बढ़ने पर कौन-कौन से लक्षण दिखाई देते हैं और इससे बचाव के उपाय क्या हैं।
शरीर की गर्मी बढ़ने के मुख्य लक्षण
1. बार-बार मुंह में छाले या जलन
शरीर में गर्मी बढ़ने पर सबसे पहले असर मुंह में दिखाई देता है। छाले, जलन या खटास जैसी दिक्कतें आम हो जाती हैं।
2. अत्यधिक पसीना और त्वचा में जलन
गर्मी के कारण शरीर बार-बार पसीना निकालता है। त्वचा पर रैशेज, खुजली या जलन जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं।
3. पेट की गड़बड़ी और जलन
गैस, एसिडिटी, खट्टी डकार और पेट में जलन शरीर में बढ़ती गर्मी के संकेत हो सकते हैं।
4. मानसिक चिड़चिड़ापन और नींद की कमी
अंदरूनी गर्मी मानसिक संतुलन पर भी असर डालती है। व्यक्ति चिड़चिड़ा हो जाता है, नींद पूरी नहीं होती और मन बेचैन रहता है।
शरीर में गर्मी बढ़ने के कारण
- ज्यादा तली-भुनी और मसालेदार चीजें खाना
- बहुत कम पानी पीना
- तेज धूप में रहना या अत्यधिक मेहनत करना
- नींद की कमी और तनाव
- कैफीन, शराब या धूम्रपान की अधिकता
बचाव और घरेलू उपाय
1. ठंडे तरल पदार्थ लें
नींबू पानी, नारियल पानी, बेल का शरबत, छाछ और खस के ड्रिंक्स शरीर को ठंडक देते हैं।
2. पानी की मात्रा बढ़ाएं
दिनभर में कम से कम 2.5–3 लीटर पानी पिएं।
3. ठंडी तासीर वाले फल खाएं
खीरा, तरबूज, खरबूजा, पपीता और अनार जैसे फल शरीर को ठंडक देते हैं।
4. तनाव और नींद का ध्यान रखें
ध्यान, योग और पर्याप्त नींद से शरीर और दिमाग दोनों को ठंडक मिलती है।
5. आयुर्वेदिक उपाय
गुलकंद, त्रिफला चूर्ण और शीतल सिरोप आदि भी शरीर की गर्मी कम करने में सहायक होते हैं।
शरीर की गर्मी को हल्के में लेना ठीक नहीं है। जब शरीर का तापमान बिगड़ता है, तो उसका असर सिर्फ एक अंग पर नहीं बल्कि पूरे सिस्टम पर पड़ता है। यदि आप ऊपर बताए गए लक्षणों को महसूस कर रहे हैं, तो अपनी दिनचर्या और खानपान पर तुरंत ध्यान देना जरूरी है।