जब छोटे कद के नेताओं ने अमेरिका को दी कड़ी चुनौती, जेलेंस्की भी इसी रास्ते पर

इतिहास गवाह है कि नेता अपनी नीतियों से महान बनते हैं, न कि कद से। स्टालिन, किम जोंग और माओ जैसे नेताओं ने अमेरिका को बार-बार चुनौती दी और उसकी नीतियों को झकझोर कर रख दिया। अब कहा जा रहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की भी कहीं न कहीं उसी राह पर चल रहे हैं।

हाल ही में व्हाइट हाउस में जेलेंस्की ने डोनाल्ड ट्रंप से जिस अंदाज में बहस की, वैसा पहले कभी देखने को नहीं मिला। कई लोग कह रहे हैं कि छोटे कद के जेलेंस्की ने ट्रंप को अपने सामने बौना बना दिया। इससे पहले भी कई ऐसे नेता रहे हैं, जिन्होंने अमेरिका की नीतियों को सीधी चुनौती दी। आइए जानते हैं उन नेताओं के बारे में।

जोसेफ स्टालिन: जब सोवियत नेता ने अमेरिका को ठंडे युद्ध में उलझा दिया
लंबाई: 5 फीट 5 इंच (165 सेमी)

सोवियत संघ के सबसे ताकतवर नेता जोसेफ स्टालिन ने अमेरिका के खिलाफ शीत युद्ध की नींव रखी और दुनिया को दो गुटों में बांट दिया। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सोवियत संघ का प्रभाव तेजी से बढ़ा और स्टालिन ने अमेरिका समर्थित देशों को घेरना शुरू कर दिया।

उन्होंने 1949 में बर्लिन ब्लॉकेड किया, जिससे अमेरिका और सोवियत संघ के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। स्टालिन ने उत्तर कोरिया को सैन्य समर्थन देकर अमेरिका को घुटनों पर लाने की कोशिश की। वे साम्यवादी विचारधारा को फैलाने के लिए अमेरिका के पूंजीवादी मॉडल के खिलाफ लगातार खड़े रहे।

किम जोंग उन: उत्तर कोरिया का अजेय शासक
लंबाई: 5 फीट 7 इंच (170 सेमी)

उत्तर कोरिया के रहस्यमयी और सख्त शासक किम जोंग उन ने कई बार अमेरिका को खुलेआम धमकी दी। उनके परमाणु कार्यक्रम ने अमेरिका को चिंता में डाल दिया।

2017 में उत्तर कोरिया ने इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का परीक्षण किया, जिससे अमेरिका सकते में आ गया। इसके बाद अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर कड़े प्रतिबंध लगाए, लेकिन किम जोंग उन ने अपने रुख में कोई बदलाव नहीं किया।

हालांकि डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन की ऐतिहासिक मुलाकातें 2018 और 2019 में हुईं, लेकिन इससे कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका।

माओत्से तुंग: जिसने अमेरिका को महाशक्ति बनने से रोका
लंबाई: 5 फीट 8 इंच (173 सेमी)

चीन के क्रांतिकारी नेता माओत्से तुंग ने 1949 में कम्युनिस्ट सरकार की स्थापना के बाद अमेरिका को सबसे बड़ा दुश्मन बना लिया।

कोरियाई युद्ध में माओ ने अमेरिका के खिलाफ खुलकर सैन्य कार्रवाई की। अमेरिका ने जब ताइवान का समर्थन किया, तो चीन और अमेरिका के बीच तनाव और बढ़ गया। माओ ने वियतनाम युद्ध में अमेरिकी विरोधी गुटों को समर्थन दिया, जिससे अमेरिका की मुश्किलें बढ़ गईं।

हालांकि 1972 में अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन चीन पहुंचे, जिससे दोनों देशों के संबंध सुधारने की कोशिश की गई।

अब जेलेंस्की की बारी?
लंबाई: 5 फीट 7 इंच (170 सेमी)

क्या यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की भी अमेरिका के खिलाफ वही रुख अपनाएंगे? हाल ही में वे व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप के सामने झुके नहीं।

हालांकि, अब अमेरिका ने यूक्रेन को दी जाने वाली आर्थिक और सैन्य मदद को रोकने का फैसला किया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जेलेंस्की इस स्थिति से कैसे निपटते हैं। क्या वे स्टालिन, किम और माओ की तरह अमेरिका के लिए नई चुनौती बन सकते हैं?

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