हाई कोलेस्ट्रॉल में क्या खाएं: गुड़ या चीनी? जानिए कौन है आपके दिल के लिए बेहतर

अधिकतर लोगों को मीठा खाने की आदत होती है, और जब मीठे की क्रेविंग आती है, तो अक्सर सवाल उठता है कि क्या खाएं – गुड़ या चीनी?
खासकर जब बात हाई कोलेस्ट्रॉल या हृदय रोग की हो, तब यह चुनाव और भी जरूरी हो जाता है।

दोनों ही गुड़ और चीनी, गन्ने से बनाए जाते हैं, लेकिन प्रोसेसिंग का तरीका और पोषण मूल्य इन्हें एक-दूसरे से बिल्कुल अलग बनाता है।

तो चलिए जानते हैं कि हाई कोलेस्ट्रॉल के मामले में किसका सेवन सुरक्षित और फायदेमंद है।

✅ क्या गुड़ से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है?
नहीं, बल्कि गुड़ कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।
गुड़ में प्राकृतिक मिनरल्स जैसे पोटेशियम और मैग्नीशियम पाए जाते हैं, जो धमनियों को साफ करने और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

इसके अलावा:

गुड़ में लैक्सेटिव गुण होते हैं, जो शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालते हैं।

यह मेटाबोलिज्म को तेज करता है, जिससे फैट तेजी से पचता है।

गर्म प्रकृति होने के कारण, यह फैट जमा होने से रोकता है।

📌 गुड़ को सीमित मात्रा में और शुद्ध रूप में लें, तभी यह लाभकारी होगा।

⚠️ क्या चीनी से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है?
हां, सफेद चीनी का अत्यधिक सेवन कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है।

चीनी से शरीर में LDL (Bad Cholesterol) बढ़ता है और HDL (Good Cholesterol) घटता है।

यह लीवर पर दबाव डालती है और मेटाबोलिज्म को धीमा करती है।

फैट ठीक से नहीं पचता और धीरे-धीरे धमनियों में जमा होने लगता है।

इससे हृदय रोग और मोटापा जैसे खतरे बढ़ते हैं।

📌 डेली लाइफ में चीनी को पूरी तरह से हटाना मुश्किल है, लेकिन इसकी मात्रा कम करना बेहद जरूरी है।

🎯 निष्कर्ष
अगर आप हाई कोलेस्ट्रॉल या हृदय रोग से जूझ रहे हैं, तो चीनी की जगह गुड़ एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
हालांकि, गुड़ भी मीठा है, इसलिए इसका सेवन भी सीमित मात्रा में ही करें।

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