सर्दियों का मौसम जोड़ों और मांसपेशियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ठंड में ब्लड सर्कुलेशन सही ढंग से न होने के कारण घुटने के दर्द की समस्या आम हो जाती है। खासकर कम फिजिकल एक्टिविटी और मांसपेशियों में खिंचाव के चलते यह परेशानी और बढ़ जाती है। आइए जानते हैं कि घुटने के दर्द के पीछे क्या कारण हैं, कौन-कौन सी बीमारियां इसका संकेत हो सकती हैं, और इससे बचाव के उपाय क्या हैं।
सर्दियों में घुटने के दर्द के संभावित कारण
ऑस्टियोआर्थराइटिस:
यह बुजुर्गों में ज्यादा देखने को मिलता है। ठंडी हवा के कारण जोड़ों में अकड़न और दर्द बढ़ जाता है।
यह समस्या चलने-फिरने में कठिनाई पैदा करती है।
गठिया:
सर्दियों में खून का सही प्रवाह न होने के कारण गठिया के मरीजों को घुटने के दर्द का सामना करना पड़ता है।
ठंड से बचने के लिए थर्मल कपड़ों का इस्तेमाल और शरीर को ढककर रखना फायदेमंद हो सकता है।
रूमेटाइड गठिया:
यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें सर्दियों के दौरान जोड़ों में सूजन बढ़ जाती है।
प्रदूषण और धुंध भी इस बीमारी को बढ़ाने में भूमिका निभाते हैं।
विटामिन डी की कमी:
ठंड में सूरज की रोशनी कम मिलने के कारण विटामिन डी की कमी हो सकती है, जो घुटनों के दर्द का कारण बनती है।
चोट या मांसपेशियों का खिंचाव:
सर्दियों में मांसपेशियों के खिंचाव और पुरानी चोटें भी घुटनों में दर्द को बढ़ा सकती हैं।
घुटने के दर्द को कम करने के उपाय
व्यायाम करें:
लंबे समय तक एक जगह न बैठें। थोड़ा चलें-फिरें और हल्के व्यायाम करें।
नियमित स्ट्रेचिंग और फिजिकल एक्टिविटी से मांसपेशियां और जोड़ों की लचक बनी रहती है।
घुटनों को गर्म रखें:
घुटनों को ठंडी हवा से बचाने के लिए थर्मल कपड़े या गर्म पट्टियों का इस्तेमाल करें।
ठंड से बचने के लिए शरीर को ढककर रखें।
मालिश और गर्म पानी का सेंक:
हल्के हाथों से मालिश करें और घुटनों को गर्म पानी से सेंक दें।
इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दर्द में राहत मिलती है।
संतुलित आहार लें:
हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए विटामिन डी और कैल्शियम युक्त आहार लें।
ठंड के मौसम में हरी सब्जियां, सूखे मेवे और दूध का सेवन करें।
डॉक्टर से परामर्श लें:
अगर दर्द लंबे समय तक बना रहता है या सूजन बढ़ जाती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
यह भी पढ़ें:
मिलर की धमाकेदार वापसी, फोन चोरी होने के बाद भी टीम को दिलाई चौथी जीत