केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जाति पूछने में कुछ भी गलत नहीं है, क्योंकि वह (खुद भी) ऐसा ही करते रहते हैं और जाति के आधार पर ‘‘देश को बांटने’’ की कोशिश करते हैं।
संसदीय कार्य मंत्री ने सदन में भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर की मंगलवार की टिप्पणी पर विपक्षी दलों द्वारा किये जा रहे विरोध प्रदर्शन के बारे में कहा कि कांग्रेस नेता (खुद) आए दिन लोगों की जाति पूछते रहते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों की जाति पूछकर कांग्रेस ने देश को बांटने की साजिश की है और जब राहुल गांधी की जाति के बारे में बात हुई तो इतना विरोध हो रहा है।’’
संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में रीजीजू ने कहा, ‘‘कांग्रेस आए दिन जाति की बात करती है। जब वह (राहुल गांधी) मीडियाकर्मियों से मिलते हैं, तो वह उनकी जाति पूछते हैं, वह सशस्त्र बलों के जवानों की जाति पूछते हैं, वह भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लोगों की जाति पूछते हैं।’’
मंत्री ने आश्चर्य जताते हुए कहा, ‘‘वे लोगों की जाति पूछ सकते हैं और कोई उनकी जाति नहीं पूछ सकता। यह क्या है? (समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष) अखिलेश यादव ने भी राहुल गांधी का समर्थन किया। क्या वे देश और संसद से ऊपर हैं।’’
रीजीजू ने इसे देश, लोकतंत्र और अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की साजिश करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस सड़कों से लेकर संसद तक हिंसा फैलाना चाहती है।’’ उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा लोगों को बांटने के कांग्रेस के प्रयासों को सफल नहीं होने देगी।
एक अन्य सवाल के जवाब में रीजीजू ने कहा कि प्रधानमंत्री अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय से आते हैं और सभी समुदायों के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी ने ओबीसी के लिए काम किया है, जबकि पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहरलाल नेहरू और राजीव गांधी ने ऐसे आरक्षण का विरोध किया था।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी कहा कि विपक्ष जाति जनगणना की मांग कर रहा है, इसलिए राहुल गांधी की जाति पूछने में कोई बुराई नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘आप 70 साल तक सत्ता में रहे। आपने जाति जनगणना क्यों नहीं कराई?’’
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