8–9 मई 2025 की रात पाकिस्तान ने भारत की वायुसीमा का बड़े पैमाने पर उल्लंघन करते हुए सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की। पाकिस्तान ने 36 स्थानों पर 300–400 ड्रोन भेजे, जो लेह से लेकर सर क्रीक तक फैले थे। भारतीय सुरक्षा बलों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इनमें से कई ड्रोन को मार गिराया, जिनमें काइनेटिक और नॉन-काइनेटिक तकनीकों का प्रयोग किया गया।
बठिंडा पर एक सशस्त्र UAV स्ट्राइक की भी योजना थी, जिसे सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया। इसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के चार एयर डिफेंस साइट्स पर ड्रोन स्ट्राइक की, जिसमें एक महत्वपूर्ण रडार प्रणाली को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।
इस हमले के बाद पाकिस्तान ने LoC (नियंत्रण रेखा) पर तोपों और ड्रोन से हमला तेज कर दिया, जिससे कुछ जवानों की जान भी गई। सबसे चिंताजनक बात यह रही कि पाकिस्तान ने इस हमले के दौरान अपने नागरिक हवाई क्षेत्र को खुला रखा, जिससे सिविलियन विमानों की सुरक्षा खतरे में आ गई।
यह घटना भारत-पाक सीमा पर बढ़ते तनाव की गंभीर तस्वीर पेश करती है। भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों की सतर्कता ने एक बड़े खतरे को टाल दिया।
जय हिंद 🇮🇳