सेब का सिरका हम लोगों के बीच काफी ज्यादा पॉपुलर है.ये खान में तो इस्तेमाल किया ही जाता है लेकिन ये अपने स्वास्थ्य लाभों के लिए ज्यादा लोकप्रिय है. इसका इस्तेमाल वजन घटाने से लेकर पाचन तंत्र में सुधार करने में भी किया जाता है. वहीं अभी ये भी कहां जा रहा है कि इससे ब्लड शुगर कंट्रोल किया जा सकता है. ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि ऐसा एक स्टडी में खुलासा हुआ है. नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफॉरमेशन द्वारा किए गए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने ये सबूत पाया है कि सेब के सिरके में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के गुण पाए जाते हैं.
NCBI की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रीशन में प्रकाशित अध्ययन में कुछ रेंडम लोगों ने पार्टिसिपेट किया,जिन्हें पहले से टाइप 2 डायबिटीज़ था या फिर ये डायबिटीज डेवलप होने खतरा था. प्रतिभोगियों को दो ग्रुप में बांटा गया एक समूह ने भोजन से पहले दो बड़े चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को पानी में मिलाया और सेवन किया जबकि दूसरे समूह ने प्लेसिबो का सेवन किया.अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि एप्पल साइडर सिरका लेने वाले लोगों ने प्लेसबो समूह की तुलना में अपने भोजन के बाद के ब्लड शुगर लेवल में महत्वपूर्ण कमी का अनुभव किया. सिरका पीने वाले समूह ने भी इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार दिखाया,जो ब्लड शुगर के स्तर के बेहतर नियंत्रण का संकेत देता है.
क्या कहते हैं शोधकर्ता
शोधकर्ता बताते है कि सेब के सिरके में मौजूद एसिटिक एसिड इसके रक्त शर्करा रेगुलेटिंग प्रभावों में प्रभावों में अहम भूमिका निभा सकता है.एसिटिक एसिड कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा करने के लिए जाना जाता है, जो बदले में भोजन के बाद ब्लड शुगर लेवल में तेजी से वृद्धि को रोकने में मदद कर सकता है.शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि रक्त शर्करा नियंत्रण में सेब साइडर सिरका के तंत्र और संभावित लाभों को पूरी तरह से समझने के लिए और शोध की आवश्यकता है. मधुमेह वाले मरीज को शोधकर्ता सलाह देते हैं जो सेब साइडर सिरका को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर्स से परामर्श जरूर करेंब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करने के लिए मरीजों को संतुलित आहार का पालन, नियमित एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है.