दिग्गज बैंकर एन. वाघुल का शनिवार को निधन हो गया। 88 वर्ष के एन. वाघुल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे थे। जानकारी के मुताबिक उन्हें चेन्नई के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। वाघुल के निधन पर बिजनेस जगत में शोक की लहर है।
ICICI बैंक की बदली तस्वीर
वाघुल ने बैंकिंग उद्योग में कई शीर्ष पदों पर काम किया। उन्हें ICICI को सार्वजनिक वित्त संस्थान से एक निजी क्षेत्र के बैंक में बदलने का श्रेय दिया जाता है। वह 1985 से 11 वर्षों तक ICICI बैंक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक रहे। वह 1981 में 44 साल की उम्र में बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक बने। हालांकि, उन्हें जल्द ही आईसीआईसीआई के सीएमडी के रूप में नियुक्त किया गया। उन्हें 2006 में देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक में एक अधिकारी के रूप में अपना करियर शुरू किया था।
आनंद महिंद्रा ने यूं किया याद
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने वाघुल को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें भारतीय बैंकिंग के भीष्म पितामह के नाम से संबोधित किया। आनंद महिंद्रा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट में लिखा- मैं न केवल भारतीय बिजनेस के दिग्गज के लिए शोक मनाता हूं, बल्कि उन सबसे प्रेरणादायक और उदार लोगों में से एक के लिए भी शोक मनाता हूं, जिनसे मिलने का मुझे सौभाग्य मिला है। आनंद महिंद्रा आगे लिखते हैं कि वाघुल कई वर्षों तक महिंद्रा एंड महिंद्रा के बोर्ड के सदस्य रहे। जब से मैंने सीईओ के रूप में कार्यभार संभाला, वह अच्छे और बुरे समय में मुझे अपना समर्थन और प्रोत्साहन दिखाते रहे।
बायोकॉन की फाउंडर किरण मजूमदार शॉ ने दिवंगत एन वाघुल को अपना गुरु बताया। उन्होंने लिखा कि मेरे गुरु ने अंतिम सांस ली। मैं उन्हें अपने गुरु और मित्र के रूप में पाकर हमेशा धन्य रहूंगी। आपके किस्से आने वाली पीढ़ियों के लिए यादगार रहेगी।
आरबीआई गवर्नर ने भी दी श्रद्धांजलि
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी एन वाघुल के निधन पर दुख जताया। उन्होंने लिखा कि वह दूरदर्शी व्यक्ति थे। उन्होंने भारत के वित्तीय क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया।