फैटी लिवर से बचाव के लिए रसोई में मौजूद मसालों का करे उपयोग

फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर में बहुत अधिक वसा जमा हो जाती है।यह संयुक्त राज्य अमेरिका में वयस्कों में सबसे आम जिगर की बीमारी है।हालांकि, कुछ मामलों में, यह लिवर की क्षति, सिरोसिस और यहां तक ​​कि लिवर फेलियर का कारण बन सकता है।फैटी लिवर के लिए कोई इलाज नहीं है, लेकिन जीवनशैली में बदलाव करके इसे नियंत्रित किया जा सकता है।आज हम आपको बताएँगे फैटी लिवर से बचाव के लिए रसोई में मौजूद मसालों के बारे में।

फैटी लिवर के दो मुख्य प्रकार होते हैं:

1.अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (AFLD): यह अत्यधिक शराब के सेवन के कारण होता है।

2.नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर रोग (NAFLD):यह अत्यधिक शराब के सेवन के बिना होता है। NAFLD के कई कारण हैं, जिनमें मोटापा, मधुमेह और उच्च रक्तचाप शामिल हैं।

कुछ मसाले हैं जो फैटी लिवर रोग (हेपेटिक स्टीटोसिस) को रोकने या उसका इलाज करने में मदद कर सकते हैं।

यहां कुछ ऐसे ही मसाले दिए गए हैं जिनका आप उपयोग कर सकते हैं:

  1. हल्दी: हल्दी में करक्यूमिन नामक एक यौगिक होता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह यकृत को नुकसान से बचाने और लिवर फंक्शन में सुधार करने में मदद कर सकता है।
  2. दालचीनी: दालचीनी में भी एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने में मदद कर सकती है, जो फैटी लिवर रोग के लिए दो जोखिम कारक हैं।
  3. जीरा: जीरा पाचन में सुधार करने और वसा को कम करने में मदद कर सकता है, जो फैटी लिवर रोग के लिए फायदेमंद हो सकता है।
  4. मेथी दाना: मेथी दाना रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और वजन कम करने में मदद कर सकता है, जो फैटी लिवर रोग के लिए फायदेमंद हो सकता है।
  5. लहसुन: लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। यह यकृत को नुकसान से बचाने और लिवर फंक्शन में सुधार करने में मदद कर सकता है।

इन मसालों का उपयोग कैसे करें:

  • आप इन मसालों को अपनी दालों, सब्जियों और करी में मिला सकते हैं।
  • आप इन मसालों से बनी चाय भी पी सकते हैं।
  • आप इन मसालों को पूरक आहार के रूप में भी ले सकते हैं।

ध्यान रखने योग्य बातें:

  • यदि आपको कोई स्वास्थ्य स्थिति है, तो किसी भी नए मसाले या पूरक आहार को लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
  • इन मसालों का अत्यधिक सेवन न करें, क्योंकि इससे दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

यह भी याद रखना महत्वपूर्ण है कि फैटी लिवर रोग का इलाज करने का कोई एक उपाय नहीं है।

एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखना, जिसमें स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ वजन बनाए रखना शामिल है, यह रोग को रोकने और प्रबंधित करने का सबसे अच्छा तरीका है।

बार-बार उबासी आने से कौनसी बीमारियां हो सकती हैं जानीए, ना करें नजरअंदाज