बवासीर एक बेहद खतरनाक बीमारी है। इस समस्या से गुदा क्षेत्र के आसपास की सूजी हुई नसों की वजह से ऐसा होता है। मल के मार्ग में अत्यंत दर्द और परेशानी का सामना करना पड़ता है। बवासीर में सूजन आ जाती है। मलत्याग के दौरान गुदा क्षेत्र में दबाव बढ़ने की वजह से बवासीर बीमारी के लिए जिम्मेदार होते हैं। इस समस्या से अक्सर लोग परेशान हो जाते है, इस बीमारी से लोगों को बैठने उठने के साथ साथ चलने में भी समस्या होती है। अगर शुरुआत में उसका इलाज नहीं किया जाए तो बवासीर आपको और भी अधिक परेशान कर सकता है। इसका उपचार के लिए सर्जरी तक करवानी oad सकती है। आइए जनाते है इसके घरेलू उपचार,
हल्दी के साथ सरसो तेल इस्तेमाल
सरसों के तेल में हल्दी मिलाकर इसको प्रभावित जगह लगाने से बवासीर के रक्तस्राव को रोकने में मदद मिलती है। हल्दी और सरसो तेल में एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण की वजह से होता है। हल्दी और सरसो तेल के मिश्रण को बवासीर का राम रामबाण इलाज माना गया हैं।
अलसी
अलसी में फाइबर उच्च मात्रा में होता है। ये मल को नरम करती हैं और बवासीर में मल त्याग में मदद कर सकती है। अगर रोजाना 1 टेबलस्पून अलसी के पाउडर का सेवन किया जाए तो अलसी का सेवन पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है।
अरंडी तेल
अरंडी तेल में एंटी-फंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे गुण पाए जाते हैं। प्राकृतिक तेल में बवासीर की जलन और दर्द को कम करने की क्षमता होती है। बवासीर के लक्षणों से राहत पाने के लिए दूध में अरंडी का तेल मिलाकर पिएं। इस तेल को प्रभावित क्षेत्र लगाने से आराम मिलता है।
एलोवेरा
एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होतेते हैं। यह बवासीर को ठीक करने का अच्छा तरीका होता है। पाइल्स से छुटकारा पाने के लिए एलोवेरा जूस का सेवन करने से लाभ मिलता हैं जिससे सूजन और संक्रमण को कम करने में भी मदद मिलती है।
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