डायबिटीज रोगियों को अपने खानपान का कुछ ज्यादा ही ध्यान रखना पड़ता है। खानपान में थोड़ी सी भी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। मधुमेह के रोगी ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए दवाइयों का सेवन करते हैं। लेकिन दवाइयों के अलावा भी शुगर लेवल को कुछ घरेलू नुस्खों द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है।कलौंजी इन्हीं नुस्खों में से एक है। छोटे सी दिखने वाली काले रंग की कलौंजी को आपने कई सब्जियों में तड़का लगाकर खाया होगा। लेकिन क्या आपको ये पता है ये छोटी सी कलौंजी शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी कारगर है। आज हम आपको बताएँगे कलौंजी शुगर लेवल को किस तरह से नियंत्रित करती है।
कलौंजी (निगेला सैटिवा) कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकती है, इसमें डायबिटीज के नियंत्रण में मदद करने का भी दावा किया जाता है। यह अध्ययनों में पाया गया है कि कलौंजी का सेवन ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है और इंसुलिन के प्रभाव को बढ़ा सकता है।
कलौंजी का उपयोग करने का तरीका:
1. ताजा कलौंजी का तेल: ताजा कलौंजी का तेल पानी के साथ लेने से लाभ होता है। आप एक चमच कलौंजी के तेल को गर्म पानी में मिलाकर पी सकते हैं।
2. कलौंजी के बीज: कलौंजी के बीज को बीजों के रूप में या उन्हें पीसकर पानी के साथ लेने से भी लाभ मिलता है। आप एक चमच कलौंजी के बीज को पानी के साथ ले सकते हैं।
3. कलौंजी का पाउडर: कलौंजी के बीजों को पीसकर पाउडर बना लें और इसे रोजाना पानी के साथ ले सकते हैं।
4. कलौंजी का उपयोग भोजन में: कलौंजी को खाने के भोजन में शामिल किया जा सकता है, जैसे कि डाल या सब्जियों में।
लेकिन, इससे पहले कि आप कलौंजी का सेवन करें, डॉक्टर से परामर्श करें। वे आपकी मेडिकल हिस्ट्री और वर्तमान स्थिति के आधार पर सही खुराक और उपयोग की सलाह देंगे। डायबिटीज के इलाज में उपयोग किए जाने वाले किसी भी उपाय को लेने से पहले यह भी महत्वपूर्ण है कि आप अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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