तीखी हरी मिर्च के उपयोग से रक्तचाप को नियंत्रित करने में मिलती है मदद

हरी मिर्च में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जो कि‍सी भी प्रकार के संक्रमण से शरीर और त्वचा की रक्षा करते हैं। यह त्वचा के लिए एंटी इंफ्लेमेटरी मेडिसिन की तरह काम करती है।यह आपके स्वास्थ्य को कई तरह से बेहतर बनाए रखने में मदद करती है। हरी मिर्च कई तरह के पोषक तत्वों जैसे- विटामिन ए, बी6, सी, आयरन, कॉपर, पोटेशियम, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होती है।यह आपके पाचन तंत्र को मजबूत कर, पाचन क्रियाओं को दुरूस्त करती है। हरी मिर्च में फाइबर्स भी अच्छी मात्रा में होते हैं जिससे भोजन का पाचन जल्दी होता है।

आथ्रॉईटिस

आथ्रॉईटिस के मरीजों के लिए भी हरी मिर्च काफी फायदेमंद होती है। इसके अलावा यह शरीर के अंगों में होने वाले दर्द को भी कम करने में सहायक होता है।

पाचन तंत्र

यह आपके पाचन तंत्र को मजबूत कर, पाचन क्रियाओं को दुरूस्त करती है। हरी मिर्च में फाइबर्स भी अच्छी मात्रा में होते हैं जिससे मिर्च भोजन का पाचन जल्दी होता है।

विटामिन-ई से भरपूर

विटामिन-ई से भरपूर हरी मिर्च हरी आपकी त्वचा के लिए भी फायदेमंद होती है।यह आपकी त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने के साथ ही कसाव लाती है, जिससे त्वचा जवां और खूबसूरत दिखाई देती है।

रक्तचाप को नियंत्रित करने

रक्तचाप को नियंत्रित करने में हरी मिर्च काफी फयदेमंद होती है। मधुमेह होने की स्थिति में भी हरी मिर्च में रक्तचाप का स्तर नियंत्रित रखने के गुण होते हैं।

कैंसर का खतरा भी कम

इसके सेवन से फेफड़ों के कैंसर का खतरा भी कम होता है। अत: धूम्रपान का सेवन करने वालों को हरी मिर्च को अपने भोजन में ज्यादा शामिल करना चाहिए, क्योंकि उन्हें फेफड़ों के कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा होता है।

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