प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिनमें से एक है यूरिन इंफेक्शन। प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोनल बदलाव और बढ़ता गर्भाशय मूत्राशय पर दबाव डालते हैं, जिससे बैक्टीरिया आसानी से मूत्राशय में प्रवेश कर सकते हैं और यूरिन इंफेक्शन हो सकता है।
प्रेग्नेंसी में यूरिन इंफेक्शन के लक्षण:
- बार-बार पेशाब आना
- पेशाब करते समय जलन या दर्द होना
- पेशाब में खून आना
- पेट के निचले हिस्से में दर्द
- बुखार
- ठंड लगना
प्रेग्नेंसी में यूरिन इंफेक्शन से बचाव के उपाय:
- पानी का पर्याप्त सेवन: दिन भर में भरपूर मात्रा में पानी पीएं। इससे मूत्राशय साफ रहता है और बैक्टीरिया बढ़ने की संभावना कम होती है।
- पेशाब को रोकें नहीं: जब पेशाब आने का मन हो तो तुरंत जाएं। पेशाब को रोकने से बैक्टीरिया बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है।
- कपास के अंडरवियर पहनें: सिंथेटिक अंडरवियर से बचें क्योंकि इससे पसीना जमा होता है और बैक्टीरिया पनपने का खतरा बढ़ जाता है।
- शौच के बाद आगे से पीछे पोंछें: शौच के बाद हमेशा आगे से पीछे की ओर पोंछें ताकि बैक्टीरिया मूत्राशय में न जाएं।
- गर्म स्नान: गर्म पानी से स्नान करने से मूत्र मार्ग साफ रहता है।
- शुगर लेवल को नियंत्रित रखें: डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है इसलिए शुगर लेवल को नियंत्रित रखें।
- स्वस्थ आहार लें: फाइबर युक्त आहार लें और कब्ज से बचें।
- डॉक्टर से नियमित जांच: नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवाएं ताकि किसी भी तरह की समस्या का समय रहते पता चल सके।
यूरिन इंफेक्शन होने पर क्या करें:
- यदि आपको यूरिन इंफेक्शन के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं का नियमित रूप से सेवन करें।
- पर्याप्त आराम करें।
ध्यान दें: प्रेग्नेंसी में किसी भी तरह की दवा लेने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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