यूक्रेन और रूस के बीच चल रही जंग खतरनाक हो गई है। रिपोर्ट है कि हथियारों की कमी और मनोबल गिरने से यूक्रेनी सेना युद्ध में पिछड़ रही है। उधर, रूसी सेना विस्फोटक हमलों से यूक्रेनी शहरों को तबाह कर रहे हैं और उसने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव के नौ इलाकों पर कब्जा भी कर लिया है। रूसी सेना खारकीव में काफी अंदर आ चुकी है और लगातार आगे बढ़ रही है। फरवरी 2022 से शुरू हुए इस युद्ध के बाद यूक्रेन ने खारकीव को वापस हासिल कर लिया था, अब रूस ने एक बार फिर खारकीव पर कब्जा कर लिया है। अपनी सेना की इस जीत से व्लादिमीर पुतिन गदगद हैं।
बताया जा रहा है कि अमेरिका और पश्चिमी देशों की तरफ से हथियारों की सप्लाई सुस्त या फिर बंद हो गई है। इससे यूक्रेन की सेना का मनोबल भी गिरा है और हथियारों की कमी से वे रूसी सेना के आगे टिक नहीं पा रहे हैं। रूस ने कहा है कि उसकी सेनाएं यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव के पास उत्तर-पूर्वी सीमावर्ती शहर वोवचांस्क में प्रवेश कर गई हैं। रूसी सेना खारकीव में दो किलोमीटर तक अंदर आ गई है।
लोगों को रूसी हमले से बचा रही यूक्रेनी सेना
एक तरफ रूसी सेना ने खारकीव के कई इलाकों पर कब्जा कर लिया है। दूसरी तरफ यूक्रेनी सेना लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाने में लगी है। रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन के सैन्य अधिकारी शहर में घर-घर जाकर लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील कर रहे हैं। रूसी सेना फरवरी 2022 के बाद शुरू हुए युद्ध में अपनी पुरानी नीति के तहत शहरों को बर्बाद करने में लगी है। दिन भर शहर के ऊपर रूसी विमानों को देखा जा रहा है। हालांकि रूस को मिलती बढ़त के बीच यूक्रेनी अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि जल्द ही रूसी सेना को पछाड़ लिया जाएगा और शहर में स्थिति फिर बहाल कर दी जाएगी।
चिंता में यूक्रेन
रूस ने बीते शुक्रवार को सीमा पार से घुसपैठ के बाद खारकीव पर अपने हमले तेज कर दिए हैं। फरवरी 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण शुरू होने के बाद यह रूस के लिए बड़ी जीत मानी जा रही है, जमीनी हमले में रूस कम से कम नौ गांवों और बस्तियों पर अपना कब्जा कर चुका है। हजारों की संख्या में लोग अपना स्थान छोड़कर भाग चुके हैं।
उधर, यूक्रेनी कमांडरों को इस बात की चिंता है कि अगर रूसी सैनिक शहर की तोपखाने की सीमा के भीतर आ गए तो बड़ी तबाही हो सकती है। यूक्रेन की सेना ने दावा किया है कि रूस ने अपने नवीनतम हमले में अपनी पांच प्रमुख बटालियन तैनात किए हैं और स्वीकार किया कि मॉस्को के सैनिकों को खारकीव में कुछ सफलताएं मिली हैं।