INDIA - FEBRUARY 28: Yellow turmeric on sale at Khari Baoli spice and dried foods market, Old Delhi, India (Photo by Tim Graham/Getty Images)

हल्दी सेहत के लिए वरदान या नुकसान? जानिए कब बन सकती है ज़हर

हल्दी भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा है — चाहे दाल हो या सब्जी, बिना हल्दी के खाना अधूरा लगता है। इसका पीला रंग न केवल खाने को खूबसूरत बनाता है बल्कि इसमें सेहत और सुंदरता को संवारने की जबरदस्त ताकत भी होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हल्दी हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होती?

जी हां, कुछ विशेष हालातों में हल्दी का ज्यादा सेवन आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। आइए जानते हैं किन लोगों को हल्दी से परहेज करना चाहिए।

⚠️ किन लोगों को हल्दी का सेवन सोच-समझकर करना चाहिए?
1️⃣ डायबिटीज के मरीज (जो ब्लड थिनर ले रहे हों)
हल्दी खून को पतला करने में मदद करती है। अगर आप पहले से ही खून पतला करने की दवाएं ले रहे हैं, तो हल्दी का ज्यादा सेवन ब्लीडिंग का जोखिम बढ़ा सकता है।

2️⃣ पीलिया (जॉन्डिस) के मरीज
पीलिया के दौरान शरीर पहले ही कमजोर होता है और लिवर पर दबाव होता है। हल्दी का सेवन इस हालत में लिवर पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है। इसलिए डॉक्टर से सलाह लिए बिना हल्दी न लें।

3️⃣ किडनी स्टोन (पथरी) से पीड़ित
हल्दी में ऑक्सालेट पाया जाता है, जो कैल्शियम से मिलकर कैल्शियम ऑक्सालेट बना सकता है। यह पथरी की एक मुख्य वजह है। ऐसे में पथरी के मरीजों को हल्दी का सीमित सेवन करना चाहिए।

4️⃣ एनीमिया (खून की कमी) के मरीज
हल्दी आयरन के अवशोषण को प्रभावित करती है। जिन लोगों में पहले से ही आयरन की कमी है, उनके लिए हल्दी का अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है।

5️⃣ खून पतला करने की दवा लेने वाले मरीज
जैसा कि ऊपर बताया गया, हल्दी और ब्लड थिनर दोनों मिलकर खून के जमने की प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं, जिससे शरीर में अत्यधिक ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है।

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