तेज बुखार से राहत दिलाएंगी तुलसी और ये आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां, जानें सही सेवन तरीका

बुखार शरीर का एक प्राकृतिक प्रतिक्रिया है, जो यह संकेत देता है कि शरीर किसी संक्रमण से लड़ रहा है। हालांकि, तेज बुखार कमजोरी और असहजता बढ़ा सकता है। दवाओं के बजाय, कई लोग आयुर्वेदिक उपचार को प्राथमिकता देते हैं, क्योंकि यह प्राकृतिक और सुरक्षित होते हैं। तुलसी सहित कई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां बुखार को कम करने और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद कर सकती हैं। आइए जानते हैं इन औषधीय जड़ी-बूटियों के फायदे और उनका सही सेवन तरीका।

1. तुलसी – बुखार कम करने का रामबाण उपाय

तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो संक्रमण से लड़ने और शरीर का तापमान नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

सेवन का तरीका:

  • 10-15 तुलसी के पत्तों को एक गिलास पानी में उबालें और इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर दिन में 2-3 बार पिएं।
  • तुलसी और काली मिर्च की चाय भी बुखार में फायदेमंद होती है।

2. गिलोय – इम्युनिटी बूस्टर और प्राकृतिक एंटीपायरेटिक

गिलोय को आयुर्वेद में “अमृत” कहा जाता है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही बुखार को जल्दी कम करने में कारगर होता है।

सेवन का तरीका:

  • गिलोय की एक डंडी को पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं और दिन में दो बार पिएं।
  • गिलोय का जूस भी बुखार में फायदेमंद होता है।

3. अदरक – संक्रमण से लड़ने में असरदार

अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से बचाते हैं और बुखार को कम करते हैं।

सेवन का तरीका:

  • अदरक की चाय में शहद मिलाकर दिन में 2 बार पिएं।
  • एक चम्मच अदरक का रस और शहद मिलाकर सेवन करें।

4. काली मिर्च – बुखार और जुकाम में फायदेमंद

काली मिर्च शरीर की गर्मी को संतुलित करने में मदद करती है और बुखार के कारण होने वाली जकड़न को कम करती है।

सेवन का तरीका:

  • तुलसी और शहद के साथ काली मिर्च का मिश्रण लें।
  • गुनगुने दूध में काली मिर्च और हल्दी मिलाकर पिएं।

5. हल्दी – प्राकृतिक एंटीबायोटिक

हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है, जो शरीर को डिटॉक्स करता है और बुखार से राहत दिलाने में मदद करता है।

सेवन का तरीका:

  • हल्दी वाले दूध का सेवन करें।
  • गुनगुने पानी में हल्दी और शहद मिलाकर पिएं।

6. धनिया – शरीर को ठंडक देने वाला उपाय

धनिया बीज में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन C होता है, जो शरीर को संक्रमण से बचाने में मदद करता है।

सेवन का तरीका:

  • धनिया के बीजों को पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं और दिन में दो बार पिएं।

तेज बुखार से राहत पाने के लिए तुलसी, गिलोय, अदरक, काली मिर्च, हल्दी और धनिया जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां बेहद प्रभावी साबित हो सकती हैं। ये न केवल बुखार को कम करने में मदद करती हैं, बल्कि शरीर की इम्युनिटी भी मजबूत करती हैं। यदि बुखार लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।