थायराइड एक आम समस्या है, लेकिन आयुर्वेद में इसके लिए कई प्रभावी उपचार मौजूद हैं। आइए जानते हैं उन तीन आयुर्वेदिक नुस्खों और खाद्य पदार्थों के बारे में जो थायराइड को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
तीन आयुर्वेदिक नुस्खे:
- अश्वगंधा: अश्वगंधा एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जो थायराइड हार्मोन को संतुलित करने में मदद करती है। यह तनाव को कम करने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में भी मदद करती है।
- मुलेठी: मुलेठी गले की समस्याओं और थायराइड के लिए फायदेमंद मानी जाती है। यह सूजन को कम करती है और थायराइड हार्मोन के उत्पादन को संतुलित करती है।
- तुलसी: तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो थायराइड के लिए फायदेमंद होते हैं। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाती है और तनाव को कम करती है।
थायराइड के लिए फायदेमंद खाद्य पदार्थ:
- आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थ: समुद्री शैवाल, नमक, मछली
- विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ: दूध, अंडे, सूर्य का प्रकाश
- सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थ: ब्राजील नट्स, मछली
- फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ: फल, सब्जियां, दालें
- एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ: बेरीज, अंगूर, गाजर
ध्यान देने योग्य बातें:
- डॉक्टर की सलाह: किसी भी आयुर्वेदिक उपचार या आहार परिवर्तन को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- संतुलित आहार: एक संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है।
- तनाव प्रबंधन: तनाव थायराइड को प्रभावित कर सकता है, इसलिए तनाव प्रबंधन के लिए योग, ध्यान आदि करें।
- जीवनशैली में बदलाव: नियमित व्यायाम करें और पर्याप्त नींद लें।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी चिकित्सा सलाह के विकल्प के रूप में नहीं ली जानी चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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