ट्रंप प्रशासन के अनुसार, जिन 12 देशों के नागरिकों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड, कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, इरीट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन शामिल हैं। इसके अलावा, बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला पर आंशिक प्रतिबंध लगाया गया है, जिसमें कुछ प्रकार के वीज़ा जैसे पर्यटक और छात्र वीज़ा पर रोक लगाई गई है।
🛂 ट्रंप का तर्क: सुरक्षा और आतंकवाद
ट्रंप का कहना है कि ये प्रतिबंध इसलिए जरूरी हैं क्योंकि कुछ देशों से जुड़े लोगों की पहचान करना मुश्किल है और उनमें आतंकवादियों की मौजूदगी ज्यादा है। उन्होंने हाल ही में कोलोराडो के बाउल्डर में हुए पेट्रोल बम हमले का उदाहरण भी दिया, हालांकि हमलावर जिस देश से था, वह इस बैन लिस्ट में शामिल नहीं है।
अंतरराष्ट्रीय और घरेलू प्रतिक्रियाएं
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: चाड के राष्ट्रपति ने अमेरिकी नागरिकों को वीज़ा देना बंद करने का ऐलान किया है। अफगान नागरिक जो अमेरिका में बसने की उम्मीद कर रहे थे, अब डरे हुए हैं कि उन्हें तालिबान के बीच वापस लौटना पड़ सकता है।
घरेलू प्रतिक्रिया: अमेरिका में डेमोक्रेट सांसद रो खन्ना ने इसे क्रूर और असंवैधानिक बताया है। उन्होंने कहा कि हर किसी को शरण मांगने का अधिकार है।
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