त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसमें आंवला, बहेड़ा और हरीतकी नामक तीन फल होते हैं। यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और वजन कम करने में मददगार होता है।
त्रिफला छाछ एक स्वादिष्ट और पौष्टिक पेय है जो गर्मियों में तरोताज़ा रहने और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का एक शानदार तरीका है।आज हम आपको बताएँगे त्रिफला के फायदे।
यहां त्रिफला छाछ बनाने की विधि दी गई है:
सामग्री:
- 1 कप दही
- 1 गिलास पानी
- 1/2 चम्मच त्रिफला चूर्ण
- 1/4 चम्मच जीरा पाउडर
- 1/4 चम्मच काला नमक
- 1/4 चम्मच लाल मिर्च पाउडर (वैकल्पिक)
- पुदीने की पत्तियां (सजावट के लिए)
विधि:
- एक ब्लेंडर में दही, पानी, त्रिफला चूर्ण, जीरा पाउडर, काला नमक और लाल मिर्च पाउडर (यदि उपयोग कर रहे हों) डालें।
- इसे चिकना होने तक ब्लेंड करें।
- एक गिलास में डालें और पुदीने की पत्तियों से सजाकर परोसें।
त्रिफला छाछ के फायदे:
- वजन कम करता है: त्रिफला चयापचय को बढ़ाता है और वसा को कम करने में मदद करता है, जिससे वजन कम होता है।
- पाचन में सुधार करता है: त्रिफला पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है: त्रिफला एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
- त्वचा को स्वस्थ रखता है: त्रिफला रक्त को साफ करने और त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
- तनाव कम करता है: त्रिफला तनाव को कम करने और मन को शांत करने में मदद करता है।
त्रिफला छाछ पीने का सबसे अच्छा समय:
- सुबह खाली पेट: यह पाचन को बेहतर बनाने और वजन कम करने में मदद करता है।
- भोजन के बाद: यह पाचन में सुधार करने में मदद करता है।
- गर्मी के दिनों में: यह तरोताज़ा रहने और निर्मल रहने में मदद करता है।
ध्यान दें:
- यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो त्रिफला छाछ का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को त्रिफला छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए।
- त्रिफला छाछ का सेवन सीमित मात्रा में करें।
अस्वीकरण:
यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। हमेशा किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए किसी योग्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से सलाह लें।
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