आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में इम्यूनिटी कमजोर होना एक आम समस्या बन गई है। ऐसी स्थिति में आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल इम्यूनिटी को मजबूत बनाने का एक प्राकृतिक तरीका हो सकता है। मुलेठी, अश्वगंधा और गिलोय जैसी जड़ी-बूटियों को आयुर्वेद में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सदियों से इस्तेमाल किया जाता रहा है। इन तीनों जड़ी-बूटियों को मिलाकर बनाई गई हर्बल चाय इम्यूनिटी को मजबूत बनाने का एक बेहतरीन नुस्खा है।
इन जड़ी-बूटियों के फायदे
- मुलेठी: मुलेठी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गले की खराश और खांसी को दूर करने में मदद करते हैं। यह पाचन तंत्र को भी स्वस्थ रखता है।
- अश्वगंधा: अश्वगंधा एक एडाप्टोजेन है जो शरीर को तनाव से लड़ने में मदद करता है और इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
- गिलोय: गिलोय को आयुर्वेद में अमृत के समान माना जाता है। यह इम्यूनिटी को बढ़ाने, बुखार और सर्दी-खांसी से लड़ने में मदद करता है।
हर्बल चाय बनाने की विधि
- सामग्री:
- 1/2 चम्मच मुलेठी पाउडर
- 1/4 चम्मच अश्वगंधा पाउडर
- 1 इंच गिलोय की टहनी
- 1 कप पानी
- विधि:
- गिलोय की टहनी को धोकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
- एक पैन में पानी उबालें।
- उबलते हुए पानी में मुलेठी पाउडर, अश्वगंधा पाउडर और गिलोय के टुकड़े डालें।
- धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक उबालें।
- गैस बंद कर दें और चाय को छान लें।
- आप चाहें तो इसमें थोड़ी सी शहद भी मिला सकते हैं।
हर्बल चाय पीने का तरीका
- इस चाय को रोजाना सुबह खाली पेट पीना सबसे अच्छा होता है।
- आप दिन में दो बार भी इस चाय का सेवन कर सकते हैं।
- गर्म करके पीने से इसके फायदे अधिक मिलते हैं।
सावधानियां
- अगर आपको कोई बीमारी है या आप कोई दवा ले रहे हैं तो इस चाय का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इस चाय का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- अधिक मात्रा में अश्वगंधा का सेवन करने से पेट खराब हो सकता है।
निष्कर्ष
मुलेठी, अश्वगंधा और गिलोय की हर्बल चाय इम्यूनिटी को बढ़ाने का एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है। यह न केवल इम्यूनिटी को मजबूत बनाती है बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करती है। हालांकि, किसी भी जड़ी-बूटी का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
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