कुलथी की दाल, जिसे “हॉर्स ग्राम” के नाम से भी जाना जाता है, एक पारंपरिक भारतीय भोजन है जो न केवल स्वादिष्ट है बल्कि कई स्वास्थ्य लाभों से भी भरपूर है।आज हम आपको बताएँगे कुलथी की दाल के फायदे।
पथरी से राहत दिलाने में कुलथी की दाल कारगर मानी जाती है।
इसके पीछे कुछ कारण हैं:
- पोटेशियम का अच्छा स्रोत: कुलथी में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है, जो मूत्र में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिससे किडनी स्टोन का खतरा कम होता है।
- मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत: कुलथी मैग्नीशियम का भी अच्छा स्रोत है, जो मूत्र में कैल्शियम के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिससे किडनी स्टोन का निर्माण कम होता है।
- फाइबर का अच्छा स्रोत: कुलथी फाइबर का भी अच्छा स्रोत है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है और मल त्याग को नियमित करता है, जिससे किडनी स्टोन के बनने की संभावना कम होती है।
- एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण: कुलथी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो किडनी में सूजन को कम करने में मदद करते हैं, जो किडनी स्टोन के दर्द और परेशानी को कम कर सकता है।
कुलथी की दाल का सेवन करने के कुछ तरीके:
- कुलथी की दाल को आप दाल, करी या सलाद में मिलाकर खा सकते हैं।
- आप कुलथी की दाल को भूनकर भी खा सकते हैं।
- आप कुलथी की दाल का आटा बनाकर रोटी या पराठे भी बना सकते हैं।
- आप कुलथी की दाल को पानी में भिगोकर उसका दलिया भी बना सकते हैं।
यहां कुछ विशेष सुझाव दिए गए हैं जिनका पालन आप पथरी से राहत पाने के लिए कर सकते हैं:
- रोजाना 8-10 गिलास पानी पिएं।
- कैल्शियम, ऑक्सालेट और प्यूरीन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें।
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- अपने डॉक्टर से सलाह लें और यदि आवश्यक हो तो दवाएं लें।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि:
- यह जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।
- किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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