आपने बिल्कुल सही सुना है! कई खाद्य पदार्थों को भिगोकर खाने से सेहत को कई फायदे मिल सकते हैं। आइए जानते हैं क्यों और कौन-कौन से खाद्य पदार्थों को भिगोकर खाना चाहिए।
क्यों भिगोकर खाना है फायदेमंद?
- पोषक तत्वों का अवशोषण: भिगोने से कई खाद्य पदार्थों में मौजूद पोषक तत्व आसानी से अवशोषित हो जाते हैं।
- पाचन में सुधार: भिगोने से खाद्य पदार्थों का पाचन आसान हो जाता है और कब्ज जैसी समस्याएं कम होती हैं।
- एंजाइमों की सक्रियता: भिगोने से खाद्य पदार्थों में मौजूद एंजाइम सक्रिय हो जाते हैं, जो पाचन में मदद करते हैं।
- विषाक्त पदार्थों का निष्कासन: कुछ खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले विषाक्त पदार्थ भिगोने से कम हो जाते हैं।
कौन-कौन से खाद्य पदार्थों को भिगोकर खाना चाहिए?
- दालें: दालों को भिगोने से एंटी-न्यूट्रिएंट्स कम हो जाते हैं और पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ जाता है।
- अनाज: गेहूं, चावल आदि को भिगोने से फाइबर और अन्य पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है।
- बादाम: बादाम को भिगोने से एंजाइम सक्रिय हो जाते हैं, जिससे शरीर आसानी से पोषक तत्वों को अवशोषित कर सकता है।
- अखरोट: अखरोट को भिगोने से एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा बढ़ जाती है।
- मूंग दाल: मूंग दाल को भिगोने से पाचन में सुधार होता है और शरीर को हल्कापन महसूस होता है।
भिगोने का तरीका
- दालें और अनाज: इनको कम से कम 6-8 घंटे या रात भर पानी में भिगोकर रखें।
- बादाम और अखरोट: इनको 4-5 घंटे पानी में भिगोकर रखें।
- मूंग दाल: मूंग दाल को 2-3 घंटे पानी में भिगोकर रखें।
भिगोकर खाने के फायदे
- पाचन में सुधार: भिगोकर खाने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और कब्ज, गैस जैसी समस्याएं कम होती हैं।
- वजन घटाने में मदद: भिगोकर खाने से पेट जल्दी भरता है और आप कम खाते हैं, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
- त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद: भिगोकर खाने से त्वचा और बाल स्वस्थ रहते हैं।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है: भिगोकर खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और आप बीमारियों से बचे रहते हैं।
ध्यान दें: भिगोकर खाने से पहले खाद्य पदार्थों को अच्छी तरह धो लें।
निष्कर्ष:
भिगोकर खाना एक बेहतरीन आदत है जो आपकी सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचा सकती है। इसलिए आज से ही अपनी डाइट में भिगोकर खाने की चीजों को शामिल करें।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से दी गई है और इसे किसी भी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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