दिवाली का त्योहार रोशनी और खुशियों का त्योहार है, लेकिन अस्थमा के मरीजों के लिए यह त्योहार थोड़ा मुश्किल भरा हो सकता है। पटाखों से निकलने वाले धुएं और प्रदूषण से अस्थमा के दौरे पड़ सकते हैं। इसलिए, अस्थमा के मरीजों को दिवाली के दौरान विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
दिवाली पर अस्थमा के मरीजों के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स:
- पटाखों से दूर रहें: जितना हो सके पटाखों से दूर रहें। अगर आपके घर में पटाखे जलाए जा रहे हैं तो उस जगह से दूर रहें।
- मास्क का इस्तेमाल करें: जब भी आप घर से बाहर निकलें तो N95 मास्क का इस्तेमाल करें। यह मास्क प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचाता है।
- घर के अंदर रहें: दिवाली के दिन जितना हो सके घर के अंदर ही रहें। खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें।
- एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें: अगर आपके पास एयर प्यूरीफायर है तो उसे चालू रखें। यह हवा को शुद्ध करने में मदद करता है।
- इनहेलर हमेशा साथ रखें: अपना इनहेलर हमेशा साथ रखें। अगर आपको अस्थमा का दौरा पड़ता है तो तुरंत इसका इस्तेमाल करें।
- डॉक्टर की सलाह लें: दिवाली से पहले अपने डॉक्टर से मिलकर दवाओं की पर्याप्त मात्रा ले लें।
- घर में नमी बनाए रखें: घर में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें। यह हवा को नम रखता है और सांस लेने में आसानी होती है।
- गर्म पेय पिएं: गर्म पानी, हर्बल चाय या दूध पीने से गला साफ रहता है और सांस लेने में आसानी होती है।
- तली-भुनी चीजों से बचें: तली-भुनी चीजें खाने से बचें क्योंकि इससे कफ बढ़ सकता है।
- तनाव कम करें: तनाव अस्थमा के दौरे को ट्रिगर कर सकता है। इसलिए योग, ध्यान या अन्य आराम करने की तकनीकों का अभ्यास करें।
- घर को साफ रखें: घर को साफ और धूल रहित रखें। धूल अस्थमा के मरीजों के लिए एलर्जेन का काम करती है।
अन्य सावधानियां:
- पर्याप्त नींद लें: पर्याप्त नींद लेने से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और आप बीमारियों से बेहतर तरीके से लड़ सकते हैं।
- नियमित व्यायाम करें: नियमित व्यायाम करने से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है।
- स्वस्थ आहार लें: फलों, सब्जियों और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें।
- धूम्रपान न करें: धूम्रपान अस्थमा के लिए बहुत हानिकारक है।
इन टिप्स को अपनाकर आप दिवाली के दौरान भी सुरक्षित रह सकते हैं और अस्थमा के दौरे से बच सकते हैं।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से दी गई है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
यह भी पढ़ें:-
केले का सेवन: डाइजेशन को ठीक करने का सरल तरीका, जाने खाने के फायदे