यूक्रेन युद्ध को तीन साल पूरे हो चुके हैं, और अब शांति वार्ता को लेकर नई हलचल शुरू हो गई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की ने हाल ही में 30 दिन के युद्धविराम का प्रस्ताव दिया है, लेकिन इस बीच खबरें आ रही हैं कि रूस कुछ शर्तों के साथ ही युद्ध समाप्त करने को तैयार हो सकता है।
रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन ने अपने बयान में साफ किया कि जब तक अमेरिका सीधे रूस से बात नहीं करेगा, तब तक कोई ठोस फैसला नहीं लिया जाएगा।
अमेरिका के सामने रूस की 4 बड़ी शर्तें
सूत्रों के मुताबिक, रूस की शर्तें लगभग वही हैं जो वह पहले भी रख चुका है। इन चार प्रमुख शर्तों में शामिल हैं:
📌 पहली शर्त: यूक्रेन को नाटो (NATO) की सदस्यता नहीं दी जानी चाहिए।
📌 दूसरी शर्त: यूक्रेन में कोई विदेशी सैनिक तैनात नहीं होना चाहिए, जिससे रूस के खिलाफ सैन्य गठबंधन न बने।
📌 तीसरी शर्त: रूस ने जिन क्षेत्रों पर कब्जा किया है—क्रीमिया और यूक्रेन के चार अन्य प्रांतों—उन पर उसका अधिकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार किया जाए।
📌 चौथी शर्त: नाटो का विस्तार रोका जाए, क्योंकि रूस इसे अपनी सुरक्षा के लिए खतरा मानता है।
ये शर्तें अमेरिका और यूरोप की रणनीति को सीधा प्रभावित कर सकती हैं।
अमेरिका में मतभेद, कोई स्पष्ट रणनीति नहीं
रूस और अमेरिका के बीच दो स्तरों पर बातचीत चल रही है:
1️⃣ यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की कोशिश।
2️⃣ रूस-अमेरिका संबंधों को फिर से सामान्य करने की पहल।
लेकिन अमेरिका के भीतर ही इस मुद्दे पर अलग-अलग विचार हैं।
✅ ट्रंप प्रशासन के पूर्व अधिकारी स्टीव विटकॉफ का मानना है कि 2022 में इस्तांबुल में हुई शांति वार्ता को फिर से शुरू किया जा सकता है।
❌ ट्रंप के शीर्ष रूस-यूक्रेन विशेषज्ञ जनरल कीथ केलॉग का कहना है कि अब पूरी तरह से नई बातचीत की जरूरत है, क्योंकि पुरानी शर्तें अब प्रासंगिक नहीं हैं।
रूस की शर्तों पर क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
🌍 अंतरराष्ट्रीय जानकारों का मानना है कि रूस की शर्तें केवल यूक्रेन तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इससे अमेरिका और यूरोप की रणनीति पर भी असर पड़ेगा।
❗ एक्सपर्ट्स को डर है कि रूस इस युद्धविराम का इस्तेमाल अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने और अमेरिका-यूरोप के बीच मतभेद पैदा करने के लिए कर सकता है।
🔎 2022 में भी रूस ने कुछ शर्तें रखी थीं, जिनमें से कुछ पर अमेरिका विचार करने को तैयार था, लेकिन तब भी युद्ध नहीं रुका था।
अब सवाल यह है कि क्या इस बार शांति वार्ता से कोई ठोस नतीजा निकलेगा, या यह भी सिर्फ रूस और अमेरिका के बीच राजनीतिक दांव-पेंच बनकर रह जाएगा?
आगे क्या?
⚡ रूस की शर्तों को लेकर अमेरिका और यूरोपीय देशों की प्रतिक्रिया का इंतजार है।
⚡ अगर अमेरिका इन शर्तों को मानने पर सहमत नहीं होता, तो क्या युद्ध जारी रहेगा?
⚡ क्या जेलेंस्की का युद्धविराम प्रस्ताव सफल होगा या यह भी एक असफल प्रयास साबित होगा?
👉 आने वाले हफ्तों में रूस-अमेरिका वार्ता से साफ हो जाएगा कि यूक्रेन युद्ध का भविष्य क्या होगा।
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