ओमान में काम कर रहे भारतीय कामगार और पेशेवरों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है. ओमान में काम करने वाले कामगार और पेशेवरों को अगले साल से इनकम टैक्स देना होगा. ऐसा करने वाला ओमान खाड़ी का पहला देश है. अभी ओमान में कामगार और पेशेवरों पर कोई भी इनकम टैक्स नहीं लगता है.
ओमानी सरकार के प्रस्ताव के अनुसार, हर साल लगभग 84 लाख रुपए कमाने वालों को 5% से 9% तक इनकम टैक्स देना होगा. इसके अलावा इस टैक्स में हर साल बढ़ोतरी की जाएगा. इसका असर यहां रहने वाले 6 लाख भारतीयों पर पड़ेगा. बता दें कि ओमान में पहले से 5% वेट और 15% कॉरपोरेट टैक्स लगता है. खाड़ी के देशों को अभी जीरो इनकम टैक्स है.
इस खबर पर मस्कट के भारतीय कपड़ा कारोबारी ने कहा, ‘9% का इनकम टैक्स नया बोझ होगा. इनकम टैक्स लगने से खर्च कम करने के लिए कई भारतीय अपने परिवार को भारत भेजने को मजबूर होंगे.’ इसके अलावा मस्कट के ही भारतीय बिजनेसमैन जतिन पलानी ने कहा, ‘इनकम टैक्स की नई व्यवस्था कंपनी के शेयर होल्डर्स पर भी असर डालेगी.
दुबई में इंडियन बिजनेस काउंसिल के महासचिव ने कहा, ‘खाड़ी में कुवैत ही एकमात्र ऐसा देश है, जहां किसी तरह का कोई टैक्स नहीं है। लेकिन यूएन बैंकिंग बोर्ड के नए नियमों के अनुसार सभी देशों को कम से कम 15% टैक्स लागू करना पड़ेगा। ऐसे में कुवैत में भी जल्द टैक्स सिस्टम लागू कर दिया जाएगा. इसकी एक वजह मनी लॉन्ड्रिंग को रोकना भी है. बता दें कि हर भारत से हजारों लोग खाड़ी देशों में काम की करने जाते हैं. ऐसे में इस नियम से उनके लिए परेशानी बढ़ सकती है.