ग्लैमर वर्ल्ड में आकर अपनी पहचान बनाना बहुत मुश्किल काम है, खासतौर पर जब आप किसी दूसरे शहर से मुंबई गए हों. नया शहर, न रहने का ठिकाना और न ही काम का अता-पता. एक्ट्रेस शिवांगी जोशी के लिए भी ये काफी मुश्किलभरा रहा है. जब शिवांगी सपने लेकर मुंबई आईं तो पहली रात उनके लिए बहुत मुश्किलभरी रही थी. वो बहुत रोई थीं. हालांकि, एक्ट्रेस की मां उनके साथ थी तो उन्होंने हिम्मत रखी और आगे बढ़ीं.
एक पत्रकार से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘जब मैंने और मेरी मां ने मुंबई आने का डिसाइड किया तो हम यहां किसी को नहीं जानते थे. जब मैंने मुंबई में कदम रखा तो मैं बहुत रोई थी. हमारे होमटाउन में हमारा बहुत बड़ा बंगला है लेकिन मुंबई में हमें फ्लैट में रहना पड़ा. हमारे घर के हिसाब से स्पेस बहुत कम था.’
‘फ्लैट इतना छोटा था कि उसमें एक ही कमरा था और ये पीजी सिस्टम था. वहां और भी लड़कियां थीं. कमरे में बहुत अंधेरा था. मुझे आज भी याद है कि मैं फूट फूट कर रोई थी और मेरी आंखें बोल रही थीं कि हम यहां कैसे रहेंगे. मैं पूरी रात वहां सो नहीं पाई थी. अगले दिन मेरी मां ने वॉचमैन से बातचीत की और उन्होंने हमारी मदद की. हमें दूसरी बिल्डिंग में नया फ्लैट मिला. ये छोटा घर था लेकिन सुंदर था. हम वहां शिफ्ट हो गए थे. ‘
आपको बता दें कि एक्ट्रेस एक दिन में 4 ऑडिशन देती थीं. उन्होंने 6 महीने तक ऑडिशन दिए थे. इसके बाद उन्हें पहला ब्रेक मिला और ये एक तमिल एड शूट था.
ऐसी रही शिवांगी की जर्नी
एक्ट्रेस के करियर की बात करें तो 2013 में शो खेलती है जिंदगी आंख मिचौली से करियर की शुरुआत की थी. फिर उन्होंने बेइंतहा, लव बाय चांस, बेगुसराय, ये है आशिकी और प्यार तूने क्या किया जैसे शोज किए. 2016 में उन्होंने शो ये रिश्ता क्या कहलाता है मिला और इस शो ने उन्हें रातोरात स्टार बना दिया. वो बालिका वधू 2, फियर फैक्टर: खतरों के खिलाड़ी 12 और बरसातें- मौसम प्यार का जैसे शोज भी कर चुकी हैं.