उच्च रक्तचाप धमनियों में रक्त द्वारा डाले जाने वाले दबाव में असामान्य वृद्धि है। यह हृदय और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और हृदय रोग, स्ट्रोक, गुर्दे की बीमारी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ा सकता है।
उच्च रक्तचाप के लक्षण अक्सर अनुपस्थित होते हैं, यही वजह है कि इसे “साइलेंट किलर” कहा जाता है। हालांकि, कुछ लोगों को सिरदर्द, चक्कर आना, थकान या दृष्टि में बदलाव जैसे लक्षण अनुभव हो सकते हैं।नियमित योग अभ्यास हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) को कम करने में मददगार हो सकता है।आज हम आपको बताएँगे योगासन जो हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में प्रभावी हो सकते हैं।
यहां 10 योगासन दिए गए हैं जिनके बारे में उनका मानना है कि ये 40 मिनट में हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में प्रभावी हो सकते हैं:
- ताड़ासन (Mountain Pose):
- यह आसन पूरे शरीर को खींचता है और रीढ़ की हड्डी को सीधा करता है।
- पैरों को कंधे की चौड़ाई से अलग रखते हुए खड़े हो जाएं।
- अपने हाथों को अपने पक्षों पर रखें, हथेलियों को सामने की ओर रखें।
- गहरी सांस लें और अपनी रीढ़ की हड्डी को लंबा करें।
- 10-20 सेकंड तक इसी मुद्रा में रहें, और धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आराम करें।
- वृक्षासन (Tree Pose):
- यह आसन संतुलन और एकाग्रता में सुधार करता है।
- एक पैर को दूसरे पैर की जांघ के अंदर या घुटने के पास रखें, पैर की उंगलियां फर्श की ओर इशारा करें।
- हाथों को नमस्ते की मुद्रा में मिलाएं।
- दूसरी तरफ दोहराएं।
- 10-20 सेकंड तक इसी मुद्रा में रहें, और धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आराम करें।
- त्रिकोणासन (Triangle Pose):
- यह आसन रीढ़, कूल्हों और पैरों को खींचता है।
- एक पैर को दूसरे पैर से 3-4 फीट दूर रखें।
- आगे की ओर झुकें, हाथों को फर्श पर रखें।
- ऊपर की ओर देखें और 10-20 सेकंड तक इसी मुद्रा में रहें।
- धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आराम करें और दूसरी तरफ दोहराएं।
- भुजंगासन (Cobra Pose):
- यह आसन रीढ़ की हड्डी, पेट और छाती को खोलता है।
- पेट के बल लेट जाएं, पैरों को सीधा रखें और माथे को फर्श पर रखें।
- अपने हाथों को अपनी छाती के नीचे रखें, कोहनियों को मोड़ें।
- धीरे-धीरे अपनी छाती को ऊपर उठाएं, कूल्हों को फर्श पर रखते हुए।
- 10-20 सेकंड तक इसी मुद्रा में रहें।
- धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए नीचे आएं।
- अधोमुखश्वानासन (Downward-Facing Dog Pose):
- यह आसन पूरे शरीर को खींचता है और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है।
- चारों पैरों पर आएं, हथेलियों को कंधे की चौड़ाई से अलग और घुटनों को कूल्हों की चौड़ाई से अलग रखें।
- कूल्हों को पीछे और ऊपर उठाते हुए, एक उल्टे V आकार में आएं।
- 10-20 सेकंड तक इसी मुद्रा में रहें।
- धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ते हुए, वापस चारों पैरों पर आएं।
- बालासन (Child’s Pose):
- यह आसन तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है।
- घुटनों पर बैठ जाएं, पैरों को कूल्हों की चौड़ाई से अलग रखें।
- आगे की ओर झुकें, माथे को फर्श
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