प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने देश की तीन महिलाओं ने चुनौती खड़ी कर दी है। पीएम मोदी समेत बीजेपी के सभी नेता लोकसभा चुनाव-2024 में इन महिलाओं का मुकाबला करने में असमर्थ दिखाई दे रहे हैं। खास बात यह है कि बीजेपी की सभी महिला नेत्रियां चुनावी समर में कहीं दिखाई नहीं दे रही है।
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह पर हमले बोल रही हैं। पीएम के भाषणों पर जवाब दे रही हैं। अमेठी और रायबरेली में उन्होंने मोर्चा संभाल रखा है। बीजेपी के हिंदू मुसलमान के मुद्दे पर प्रियंका गांधी पीएम मोदी से दस साल के कार्यों का हिसाब मांग रही हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल भेजे जाने के बाद उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने घर से निकलकर चुनावों की कमान संभाल ली। उन्होंने दिल्ली की सभी सीटों पर रोड शो शुरू कर दिया और लोगों की सहानुभूति ले रही हैं। यही नहीं वे अपने भाषणों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर निशाना भी साध रही हैं। सुनीता केजरीवाल रांची में इंडिया गठबंधन की ओर से हुई संयुक्त सभा में भी शिरकत कर चुकी हैं।
सुनीता केजरीवाल ने बीजेपी पर हमला बोला है और कहा है कि लोग समझदार हैं और आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल में डालने के बीजेपी के कदम का जवाब देंगे। सुनीता केजरीवाल गुजरात के भरूच और भावनगर लोकसभा क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों के लिए चुनावी रैलियों में शिरकत की।
कल्पना सोरेन ने झारखंड की एक सभा में कहा कि पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार में पलामू और गढ़वा का विकास नहीं हुआ। यहां बिजली और पानी नहीं है। अब तक तीन चरणों के चुनावों में जनता ने विकास के मुद्दे को अहम मानते हुए महागठबंधन की सरकार बनाने का रुझान दिखाया है। उन्होंने कहा कि एनडीए 400 पार सीटें जीत कर संविधान को खत्म करना चाह रही है, लेकिन जनता अब जाग चुकी है।
बीजेपी की महिला नेता चुनावी समर में दिखाई नहीं दे रही हैं। स्मृति ईरानी अमेठी से बाहर नहीं निकल पा रही हैं। दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रहीं वसुंधरा राजे को पार्टी ने कोई जिम्मेदारी नहीं दी है। उमाभारती भी इस चुनाव में नदारद हैं। राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी कुछ जगह प्रचार करने जरूर गईं, लेकिन मीडिया में उन्हें उतना कवरेज नहीं मिला।