नई टेक्नोलॉजी के साथ स्मार्टफोन्स एडवांस हो रहे हैं और नए फीचर्स यूजर्स की सुविधा के लिए लाए जा रहे हैं। लेकिन कई बार यही फीचर्स आपकी प्राइवेसी के लिए खतरा बन सकते हैं। इसलिए सावधानी से स्मार्टफोन का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है।
इस आर्टिकल में हम आपको उन स्मार्टफोन सेटिंग्स के बारे में बताएंगे, जो आपकी गोपनीयता (प्राइवेसी) को खतरे में डाल सकती हैं और इन्हें कैसे बंद कर सकते हैं।
क्या स्मार्टफोन आपकी बातें सुनता है?
क्या आपने कभी गौर किया है कि जिस चीज के बारे में आप बात करते हैं, उसी से जुड़े विज्ञापन आपके फोन पर दिखने लगते हैं? इसका कारण हो सकता है कि आपका स्मार्टफोन आपका माइक्रोफोन एक्सेस कर रहा हो।
कैसे करें पता?
कुछ ऐप्स को कैमरा, माइक्रोफोन और स्टोरेज एक्सेस की परमिशन दी जाती है।
अगर कोई ऐप बिना जरूरत के कैमरा या माइक्रोफोन का इस्तेमाल कर रहा है, तो आपको स्क्रीन पर ग्रीन डॉट ब्लिंक होता दिख सकता है।
ऐसे में सिर्फ जरूरी ऐप्स को ही माइक्रोफोन और कैमरा एक्सेस दें।
कैसे करें स्मार्टफोन की प्राइवेसी सेटिंग्स मैनेज?
1. ऐप परमिशन को करें कंट्रोल
फोन की सेटिंग्स में जाएं।
Security & Privacy ऑप्शन पर क्लिक करें।
Privacy → Permission Manager में जाएं।
यहां आप कैमरा, माइक्रोफोन और लोकेशन जैसी परमिशन मैनेज कर सकते हैं।
सिर्फ उन्हीं ऐप्स को परमिशन दें, जो वाकई में जरूरी हैं।
2. वॉइस असिस्टेंट को करें डिसेबल
Google Assistant, Siri और Alexa जैसे वॉइस असिस्टेंट्स हमेशा माइक्रोफोन एक्सेस करते रहते हैं।
अगर आप इनका इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो इन्हें बंद कर दें।
कैसे करें?
Google Assistant – सेटिंग्स में जाएं > Google > Search, Assistant & Voice > Google Assistant को बंद करें।
Siri (iPhone) – सेटिंग्स में जाएं > Siri & Search > “Listen for Hey Siri” को डिसेबल करें।
Alexa – Alexa ऐप खोलें > Settings > Alexa Privacy > Voice Recording को बंद करें।
3. पब्लिक वाई-फाई से रहें सतर्क
पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क आमतौर पर असुरक्षित होते हैं और हैकर्स इन्हें डेटा चोरी के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
बैंकिंग या पर्सनल डेटा एक्सेस करने के लिए पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल न करें।
अगर जरूरी हो, तो VPN (Virtual Private Network) का इस्तेमाल करें।
4. थर्ड-पार्टी ऐप्स को इंस्टॉल करने से बचें
गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर के अलावा किसी भी वेबसाइट से ऐप डाउनलोड न करें।
कई थर्ड-पार्टी ऐप्स यूजर्स का डेटा चोरी कर सकते हैं।
किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसकी रेटिंग और रिव्यू जरूर चेक करें।
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