कभी ऐसा होता है कि आप वॉशरूम जा रहे होते हैं, लेकिन आपको खुलकर पेशाब नहीं आ रहा होता है। ऐसा महसूस होना कि यूरिन फ्लो शुरू करने या बनाए रखने में समस्या हो रही है, यानी रुक-रुक कर पेशाब आना, एक आम समस्या नहीं है। हालांकि, अक्सर लोग यूरिन से जुड़ी इस समस्या को अनदेखा कर देते हैं, लेकिन यह इग्नोर नहीं की जानी चाहिए।
अगर आपको ऐसी परेशानी हो रही है, तो इसका कारण बेनिग्न प्रोस्टेटिक हाइपरप्लेसिया (Benign Prostatic Hyperplasia) हो सकता है, जो प्रोस्टेट के बढ़ने के कारण होती है। इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को कभी भी रुक-रुक कर पेशाब की समस्या का सामना हो सकता है। आइए जानते हैं रुक-रुक कर पेशाब आने के कारण और इसके लक्षण के बारे में।
रुक-रुक कर पेशाब आने के कारण
पेशाब से जुड़ी यह समस्या आमतौर पर प्रोस्टेट ग्रंथि के बढ़ने के कारण होती है। जब प्रोस्टेट का साइज बढ़ जाता है, तो यह यूरिन के रास्ते को ब्लॉक कर सकता है। इसके अलावा कुछ और कारण भी हो सकते हैं, जैसे:
यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI)
ओवरएक्टिव ब्लैडर
ब्लैडर या किडनी की पथरी
यूरिन को कंट्रोल न कर पाना
डायबिटीज
रुक-रुक कर पेशाब आने के लक्षण
रुक-रुक कर पेशाब आने के दौरान कुछ सामान्य लक्षण होते हैं:
यूरिन का फ्लो रुकना – अगर पेशाब करते वक्त महसूस होता है कि यूरिन रुक-रुक कर आ रहा है, तो यह एक लक्षण हो सकता है।
पेशाब करते समय दर्द होना – यूरिन करते समय दर्द का अनुभव होना भी एक संकेत हो सकता है।
पेशाब करते समय जोर लगाना – अगर आपको पेशाब के दौरान आराम से पेशाब न आकर जोर लगाना पड़ रहा है, तो यह भी एक संकेत है।
यूरिन करते समय कमजोरी महसूस होना – अगर पेशाब करते वक्त आपको कमजोरी महसूस हो रही है, तो यह भी इस समस्या का संकेत हो सकता है।
ब्लैडर अच्छे से खाली न होना – अगर यूरिन करते समय ऐसा लगता है कि ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं हो रहा है, तो यह एक और लक्षण हो सकता है।
रुक-रुक कर पेशाब आने का इलाज
रुक-रुक कर पेशाब आने का इलाज बहुत जरूरी है। यह समस्या न केवल बेनिग्न प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया की वजह से होती है, बल्कि यह यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI), ब्लैडर की पथरी, और किडनी डैमेज जैसी समस्याओं का कारण भी बन सकती है। अगर आपको इनमें से कोई भी संकेत महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
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