टेक्नोलॉजी की दुनिया की दिग्गज कंपनी Google एक बार फिर सुर्खियों में है, और इस बार वजह है – नौकरी से स्वेच्छा से हटने का ऑफर। मई 2025 में Global Business Unit से 200 कर्मचारियों की छंटनी के बाद अब कंपनी ने Voluntary Exit Program (VEP) शुरू किया है, जिसमें कर्मचारियों को खुद अपनी मर्जी से कंपनी छोड़ने का विकल्प दिया जा रहा है।
🔍 किन डिपार्टमेंट्स पर है असर?
इस बार छंटनी की आंच Google के इन डिपार्टमेंट्स पर पड़ी है:
Search Team
Knowledge & Information (K&I)
Central Engineering
Marketing
Research & Communications
🎁 Voluntary Exit Program में क्या मिल रहा है?
जो कर्मचारी इस VEP स्कीम को अपनाते हैं, उन्हें ये सुविधाएं मिलेंगी (अमेरिका में लागू):
14 हफ्तों की बेस सैलरी
हर पूरे साल की सर्विस पर 1 हफ्ते की अतिरिक्त सैलरी
सम्मानजनक विदाई और ट्रांजिशन में सपोर्ट
🤖 क्यों हो रही हैं ये छंटनियां?
इस पूरी प्रक्रिया के पीछे सबसे बड़ी वजह है – AI में भारी निवेश।
Google की नई रणनीति के अनुसार:
AI इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए बड़े बदलाव हो रहे हैं।
कंपनी कॉस्ट कटिंग कर रही है ताकि नई AI-केंद्रित टीमें तैयार की जा सकें।
कर्मचारियों को AI टूल्स की ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि वे नए वर्कफ्लो में ढल सकें।
Google के K&I डिपार्टमेंट हेड Nick Fox ने एक ईमेल में स्पष्ट किया:
“अगर आप अपने रोल से संतुष्ट नहीं हैं या हमारी पॉलिसी से मेल नहीं खाते, तो VEP आपके लिए एक सम्मानजनक विकल्प हो सकता है।”
🏢 ऑफिस लौटने का भी बढ़ रहा दबाव
Google अब Hybrid Work Model की ओर बढ़ रहा है।
जिन कर्मचारियों का घर ऑफिस से 50 मील के दायरे में है, उनसे इन-पर्सन ऑफिस में आने की उम्मीद की जा रही है।
📉 Google में पिछले डेढ़ साल में हुई छंटनी की झलक:
जनवरी 2023: 12,000 कर्मचारियों की छंटनी (कुल स्टाफ का 6%)
फरवरी 2024: Cloud डिवीजन में लिमिटेड छंटनी
अप्रैल 2025: Android, Pixel और Chrome टीमों में कटौती
मई 2025: Global Business Unit से 200 कर्मचारियों की छंटनी
जून 2025: अब VEP के जरिए ‘सॉफ्ट’ छंटनी
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