मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला अस्पताल में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहाँ डॉक्टरों की टीम ने एक मरीज के शरीर से ऑपरेशन द्वारा लौकी निकाली. यह घटना अस्पताल में चर्चा का विषय बन गई है.
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिला अस्पताल में एक अनोखा मामला सामने आया है, जहाँ डॉक्टरों की टीम ने एक मरीज के शरीर से ऑपरेशन द्वारा लौकी निकाली. यह घटना अस्पताल में चर्चा का विषय बन गई है. मरीज के पेट में गंभीर दर्द था और जब डॉक्टरों ने जांच की तो पाया कि उसके मलद्वार के अंदर पूरी लौकी घुसी हुई थी. इस असामान्य स्थिति ने मरीज की हालत को और खराब कर दिया था.
प्राइवेट पार्ट में चली गई लौकी
शनिवार को खजुराहो से एक मरीज गंभीर हालत में छतरपुर जिला अस्पताल में लाया गया. डॉक्टरों की जांच में पता चला कि मरीज के पेट में लौकी घुसने के कारण उसकी नसें फट गई थीं, जिससे उसकी हालत बहुत नाजुक हो गई थी. इस स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने तत्काल ऑपरेशन करने का निर्णय लिया. डॉक्टरों की टीम ने मरीज के अंदर से लौकी निकालकर उसकी जान बचाई.
डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर निकाला बाहर
इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया कि आखिर मरीज के प्राइवेट पार्ट में लौकी कैसे चली गई? डॉक्टरों का कहना है कि मरीज ने इसके बारे में कुछ भी बताने से साफ इनकार कर दिया है. डॉक्टर नंदकिशोर जाटव ने बताया कि मरीज ने यह नहीं बताया कि लौकी उसके अंदर कैसे गई. डॉक्टरों का मानना है कि हो सकता है कि मरीज मानसिक रूप से अस्वस्थ हो, क्योंकि मानसिक रूप से ग्रसित लोग ही इस तरह की हरकतें करते हैं.
केस स्टडी बताने को तैयार नहीं मरीज
फिर भी, डॉक्टर यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि पूरी लौकी मरीज के अंदर कैसे पहुंची. इस घटना ने न केवल मरीज की जान बचाई बल्कि डॉक्टरों के सामने एक नई चुनौती भी खड़ी कर दी. यह घटना अस्पताल और चिकित्सा क्षेत्र में एक नई चर्चा का विषय बन गई है. डॉक्टर अब भी इस असामान्य स्थिति की तह तक जाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके.