पाम ऑयल के इस्तेमाल से ह्रदय जोखिम का बढ़ता है खतरा, जानिए क्यों है खतरनाक

हम सभी किसी न किसी रूप में ऑयल जा इस्तेमाल अपने खाने में करते ही है। अगर आप बाहर बने फूड आइटम्स का यूज कर रहे है तो इन चीजों में पाम ऑयल मिला होता है. जंक फूड के शौकीन लोगों के लिए  इस ऑयल का सेवन नही चाहते हुए भी उनसे हो ही जाता है क्योंकि बाहर की इन दुकानों में ये उपयोग किया जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी की इस ऑयल का इस्तेमाल आइसक्रीम बनाने में भी उपयोग होता है. कुकिंग आयल में पाम आयल की मिलावट की जाती है. ये आयल सेहत के लिए खतरनाक होता है हमारे घरों में पाम ऑयल का इस्तेमाल नहीं होता लेकिन बाजारों में वेजीटेबल ऑयल है,इस तेल को उनके साथ मिलकर इस्तेमाल किया जाता है। बाहर का खाने की वजह से रोजाना इस ऑयल का सेवन कर रहे है  यह हमारी सेहत को काफी नुकसान पहुंचाता है। आइए जानते है इसके नुकसान,

हाइपरटेंशन

पाम ऑयल के इस्तेमाल से अक्सर लोगों को हाई बीपी की समस्या हो जाती है. ये हार्ट डिजीज का कारण बन जाती है. जंक फूड का इस्तेमाल तेजी से युवाओं में बढ़ गया है, हम में से ज्यादातर लोग जंक फूड का सेवन कर रहे हैं. इस वजह से हार्ट को लेकर परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. इससे मोटापे की समस्या लोगों को परेशान कर रही  है.

क्यों है नुकसानदेह

पाम ऑयल हमारे शरीर के लिए इसलिए नुकसानदेह है क्योंकि इस तेल में ट्राइग्लिसरीसाइड की मात्रा अधिक पाई जाती है. ये ट्राइग्लिसरीसाइड हृदय के लिए हानिकारक होता है.इसकी वजह से हमारे हृदय की आर्टरीज में वसा जमा होने लग जाती है और ये आगे चलकर हार्ट में ब्लॉकेज उत्पन्न कर सकती है.इसका लेवल 400 से अधिक होने पर, हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए ऐसे खाद्य पदार्थों से दूरी बनाए जो पाम ऑयल में बने हुए हो।

ट्यूमर का खतरा

एक रिसर्च से पता चला है की जब पाम के तेल को गर्म करके इस्तेमाल करते हैं तो पाम तेल से कैंसर का कारण भी बन जाता है। पाम तेल को गर्म करने से ग्लासिडाइल फैटी एसिड बनता है। इसका इस्तेमाल से शरीर में ग्लाइसोडोल का निर्माण होता है।जब इस अध्यन को, ग्लाइसोडोल का प्रयोग जब चूहों और बिल्लियों पर किया गया तो उनके भीतर ट्यूमर पाया गया।

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