सोनम रघुवंशी की कहानी—एक हनीमून, एक हत्या और चौंकाने वाला सच

सोनम रघुवंशी—जिसे 17 दिनों से मेघालय पुलिस जंगलों, घाटियों और खाइयों में खोज रही थी। एनडीआरएफ की विशेष टीम तक उसे ढूंढने में लगाई गई थी। वो टीम जिसने कश्मीर की बर्फीली वादियों से लेकर राजस्थान की तपती रेत तक में ऑपरेशन किए हैं। 60-70 जवान जान की बाज़ी लगाकर जिस महिला की तलाश कर रहे थे, वही सोनम उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर में मिली। लेकिन इससे भी चौंकाने वाली बात ये रही कि जिस महिला को अब तक लापता मानकर पीड़िता समझा जा रहा था, वही इस पूरे हत्याकांड की मास्टरमाइंड निकली।

सोनम ने अपने ही पति राजा रघुवंशी की हत्या का षड्यंत्र रचा और सुपारी देकर उसका मर्डर करवाया। सोमवार को जब उसकी गिरफ्तारी की खबर आई, तो पूरी कहानी ही पलट गई। उसके साथ तीन अन्य आरोपी पकड़े गए और कुछ ही समय बाद उसके प्रेमी राज कुशवाहा की भी गिरफ्तारी हो गई।

सूत्रों के मुताबिक, सोनम का अपने पिता की माईका कंपनी में काम करने वाले मैनेजर राज कुशवाहा से प्रेम संबंध था। सोनम कंपनी में एचआर थी और राज उससे पांच साल छोटा था। दोनों के बीच लंबे समय से करीबी रिश्ता था, जिसे लेकर सोनम ने अपने पति को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली।

साजिश के शुरुआती संकेत
पहला संकेत:
सोनम ने शादी के बाद खुद ही हनीमून की योजना बनाई। टिकट बुकिंग तक उसी ने की थी, जबकि राजा ने इस बारे में कभी योजना नहीं बनाई थी। राजा की मां ने भी इस बात का जिक्र किया था लेकिन नई बहू का दिल न टूटे, इसलिए उन्होंने कुछ नहीं कहा।

दूसरा संकेत:
घर से निकलते वक्त सोनम और राजा ने सिर्फ गुवाहाटी जाने की बात की थी। लेकिन अचानक सोनम ने मेघालय चलने का प्लान बना लिया। परिवार वालों को तब शक हुआ जब उन्हें पता चला कि दोनों शिलॉन्ग की ओर जा रहे हैं।

तीसरा संकेत:
राजा रघुवंशी बेहद सतर्क व्यक्ति थे, खासकर यात्रा को लेकर। बिना जानकारी किसी जगह जाना उनकी आदत में नहीं था। लेकिन इस बार वह शिलॉन्ग के उस इलाके में गए, जहां पहले भी हादसे हो चुके हैं। परिवार को शक है कि सोनम ने ही उन्हें वहां जाने के लिए राजी किया।

साजिश का खुलासा
पुलिस ने बताया कि सोनम ने सुपारी किलर हायर किए और राजा को एक सुनसान इलाके में ले जाकर हत्या करवाई। राजा की डेड बॉडी 2 जून को एक गहरी खाई में मिली थी। इसके बाद से ही पुलिस सोनम की तलाश कर रही थी और आखिरकार 9 जून को वह गोरखपुर में पकड़ी गई।

28 दिन की शादी और एक मर्डर मिस्ट्री
राजा और सोनम की शादी 11 मई को हुई थी। 20 मई को दोनों गुवाहाटी पहुंचे, फिर मेघालय के लिए रवाना हुए। 22 मई को आखिरी बार परिवार से संपर्क हुआ। इसके बाद दोनों के फोन बंद हो गए। 24 मई को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई और 2 जून को राजा की लाश मिली। इसके बाद पुलिस ने हत्या की तह तक जाना शुरू किया।

गाइड बना मर्डर मिस्ट्री की चाबी
एक लोकल गाइड की गवाही से पुलिस को बड़ा सुराग मिला। उसने बताया कि 23 मई को उसने राजा और सोनम को तीन अजनबियों के साथ देखा था। राजा उन तीन लोगों के साथ आगे चल रहा था, जबकि सोनम पीछे थी। सभी हिंदी में बात कर रहे थे। इससे पुलिस को यकीन हो गया कि मर्डर मेघालयी लोगों ने नहीं बल्कि बाहरी लोगों ने किया है।

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