बॉलीवुड और टीवी के मशहूर अभिनेता मुकुल देव का 54 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। उनके निधन से फैंस और परिवार में गहरा शोक छाया हुआ है। बॉलीवुड के कई बड़े सितारों ने भी मुकुल देव के जाने पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। जो लोग उन्हें जानते थे, वे जानते हैं कि मुकुल कितने जिंदादिल और खुशमिजाज इंसान थे।
मुकुल ने अपने अभिनय करियर में न केवल बॉलीवुड बल्कि साउथ इंडस्ट्री की कई फिल्मों में भी काम किया। इसके अलावा, वे टीवी के भी जाने-माने कलाकार थे और कई हिट सीरियल्स में अपनी छाप छोड़ चुके थे। मुकुल, अभिनेता राहुल देव के छोटे भाई थे। दोनों के पिता एक पुलिस अधिकारी थे। आइए जानते हैं उनसे जुड़ा एक खास किस्सा।
राहुल देव और मुकुल देव के पिता हरि देव कौशल
हरि देव कौशल, जो कि दिल्ली पुलिस में एक ईमानदार और तेज-तर्रार अधिकारी थे, राहुल और मुकुल के पिता थे। उनका नाम भारत के सबसे बड़े बैंक घोटालों में से एक, नागरवाला बैंक घोटाले से जुड़ा है। हरि देव कौशल की कहानी एक फिल्मी कहानी से कम नहीं, जिसमें ईमानदारी, रहस्य और सत्य की खोज शामिल है, जो आज भी पूरी तरह उजागर नहीं हो पाई है।
1971 का नागरवाला बैंक घोटाला
24 मई 1971 को एक बड़ा बैंक घोटाला हुआ था। पूर्व सेना कैप्टन रुस्तम नागरवाला ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके सचिव पी.एन. हक्सर की आवाज की नकल करते हुए, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की पार्लियामेंट स्ट्रीट शाखा के मुख्य कैशियर को फोन किया और 60 लाख रुपये निकालने का आदेश दिया। यह रकम पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) से जुड़े एक गुप्त ऑपरेशन के लिए थी।
दिल्ली में मचा हड़कंप और हरि देव कौशल का संघर्ष
जब इस घोटाले की खबर दिल्ली में फैली, तो हड़कंप मच गया। उस वक्त चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन के SHO हरि देव कौशल ने मामले की जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर तेज़ी से जांच शुरू की। कुछ ही घंटों में नागरवाला को गिरफ्तार कर लिया गया और लगभग पूरी रकम बरामद कर ली गई। इस कार्रवाई ने उनकी दक्षता और कर्तव्यनिष्ठा को साबित किया कि एक पुलिस अधिकारी किस कदर अपने फर्ज़ के प्रति समर्पित हो सकता है।
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