दिल की सेहत के लिए कॉफी पीने के सही तरीके

कॉफी एक ऐसी ड्रिंक है जिसे पूरी दुनिया में लोग अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाते हैं। कुछ लोग इसे सुबह पीना पसंद करते हैं, तो कुछ शाम में या दिनभर कभी भी इसका सेवन करते हैं। कॉफी में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन यह हानिकारक भी हो सकती है, खासकर हार्ट के मरीजों के लिए। आइए जानते हैं हार्ट के मरीजों को कॉफी कैसे और कितनी मात्रा में पीनी चाहिए।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
हार्ट के मरीजों के लिए कॉफी उतनी फायदेमंद नहीं होती जितनी कि बाकी लोगों के लिए। एक्सपर्ट बताते हैं कि कॉफी पीने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और आर्टरीज पर दबाव पड़ सकता है, जो हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाता है। नियमित रूप से एक दिन में एक से ज्यादा कप कॉफी का सेवन कोलेस्ट्रॉल बढ़ा सकता है, जो हार्ट अटैक का एक बड़ा कारण है। इसके अलावा, मीठी कॉफी तो और भी ज्यादा खतरनाक मानी जाती है।

मीठी कॉफी है खतरनाक
डॉक्टरों के अनुसार, दिल के मरीजों को मीठी कॉफी से पूरी तरह से परहेज करना चाहिए। शुगर या अन्य फ्लेवर्ड कॉफी जैसे कि कैरेमल, चॉकलेट या कोको पाउडर वाली कॉफी पीने से शरीर में कैलोरी और अनहेल्दी फैट्स की मात्रा बढ़ती है, जो दिल की सेहत को और बिगाड़ सकती है। एक्सपर्ट चेतावनी देते हैं कि सिरप वाली या रेडी-टू-मीट कॉफी हार्ट के रोगियों के लिए और भी ज्यादा हानिकारक हो सकती है।

क्यों हानिकारक है कॉफी?
मीठी या शुगर वाली कॉफी पीने से ब्लड वेसल्स में प्लाक जम सकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। इसके अलावा, शुगर वाली कॉफी पीने से हाई ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कनों में तेजी भी देखी जा सकती है। इसलिए, हार्ट के मरीजों को अपनी डाइट से कॉफी का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है, और मीठी कॉफी से पूरी तरह से बचना चाहिए। यदि कॉफी का सेवन करना ही हो, तो उसे सुबह के समय लिया जा सकता है। कॉफी पीने से पहले 2-3 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए।

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